CBSE Class 12 Political Science Exam Analysis : कैसा रहा सीबीएसई 12वीं राजनीति विज्ञान पेपर का पेपर, क्या बोले छात्र
- एक्सपर्ट्स ने कहा कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड पॉलिटिकल साइंस का पेपर बैलेंस्ड था। पेपर का कठिनाई का स्तर मध्यम था जिसमें आसान और स्टैंडर्ड प्रश्नों के बीच एक अच्छा संतुलन था।

CBSE Class 12 Political Science Exam Analysis 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शनिवार को कक्षा 12वीं का राजनीति विज्ञान का पेपर आयोजित किया। देश भर में परीक्षा एक ही पाली में सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक हुई। परीक्षा की अवधि 3 घंटे थी और कुल अंक 80 थे। प्रश्न पत्र में कंपीटेंसी बेस्ड और मध्यम स्तर के दोनों तरह के प्रश्नों का मिश्रण था और च्वाइस थी। पेपर के बाद शिक्षकों ने कहा कि राजनीति विज्ञान का पेपर अच्छी तरह से बैंलेस्ड था और कठिनाई का स्तर मध्यम था।
विश्वजीत पांडे (पीजीटी राजनीति विज्ञान, जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल (JIRS), बेंगलुरु) ने कहा, "सीबीएसई 12वीं बोर्ड पॉलिटिकल साइंस का पेपर बैलेंस्ड था। पेपर का कठिनाई का स्तर मध्यम था जिसमें आसान और स्टैंडर्ड प्रश्नों के बीच एक अच्छा संतुलन था। यह पेपर सिलेबस की समझ चेक करने वाला था। काफी हद तक एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों पर बेस्ड था। सिल्वरलाइन प्रेस्टीज स्कूल, गाजियाबाद में राजनीति विज्ञान की पीजीटी टीचर सपना गोस्वामी ने कहा, "पेपर की कठिनता का लेवल औसत था। यह करिकुलम के मुताबिक ही सेट था। एमसीक्यू और योग्यता आधारित प्रश्न औसत कठिनाई वाले थे। छात्रों ने दिए गए समय के भीतर पेपर पूरा किया। एग्जाम के बाद कठिनाई के स्तर को लेकर वे संतुष्ट दिखे। कोई भी सेट मुश्किल नहीं था।
शिव नादर स्कूल, नोएडा की शिक्षिका शिवानी सिंह ने कहा, "पेपर औसत स्कोर करने वाले छात्रों को ध्यान में रखते हुए सेट किया गया था। यह एक स्कोरिंग पेपर है। प्रश्न पत्र में 2 एमसीक्यू ने छात्रों को कंफ्यूज किया। एक में सभी संधियां थीं और दूसरे में सभी मध्य पूर्व देश थे। पेपर संतुलित था। अधिकांश प्रश्न सीधे थे, हालांकि कुछ व्यक्तिपरक थे।" शिव नादर स्कूल नोएडा की कक्षा 12 की छात्रा अहाना कुमार पेपर से बहुत खुश थी। उसने कहा कि 6 मार्कर अच्छे थे, और एमसीक्यू भ्रमित करने वाले नहीं थे और सीधे थे।
विद्याज्ञान स्कूल में राजनीति विज्ञान की टीचर मनीषा वर्मा ने बताया कि तीनों में से सेट 1 सबसे आसान था, जिसमें सीधे प्रश्न थे, जबकि कुल कठिनाई मध्यम से आंशिक रूप से कठिन थी।