CBSE Class 12th Hindi Exam 2025: कल सीबीएसई 12वीं हिंदी एग्जाम का रिवीजन कैसे करें? 95+ मार्क्स के लिए टॉप टिप्स
- CBSE Board 12th Hindi Exam 2025: सीबीएसई 12वीं के स्टूडेंट्स कल 15 मार्च 2025 को हिंदी का एग्जाम देंगे। आइए जानते हैं कि कैसे आप कल के हिंदी एग्जाम के लिए सही स्ट्रेटजी बनाएं और टिप्स को फॉलो करें, जिससे आप हिंदी में टॉप स्कोर आसानी से हासिल कर सकें।

CBSE Class 12th Hindi exams tomorrow: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कल 15 मार्च 2025 को कक्षा बारहवीं बोर्ड का हिंदी (Hindi) एग्जाम का आयोजन करेगा। हिंदी एक ऐसा सब्जेक्ट है, जिसमें अगर आप सही तरीके से और शांत मन से पेपर करें तो आप 95+ स्कोर हासिल कर सकते हैं, लेकिन घबराहट और जल्दबाजी में आप सही आंसर को भी गलत कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे आप कल के हिंदी एग्जाम के लिए सही स्ट्रेटजी बनाएं और टिप्स को फॉलो करें, जिससे आप हिंदी में टॉप स्कोर आसानी से हासिल कर सकें।
1. हिंदी विषय में गद्य, पद्य, कथा साहित्य, संस्कृत-खण्ड, व्याकरण, काव्य सौन्दर्य, खण्डकाव्य एवं निबन्ध शामिल है। परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए टाइम का सही से मैनेजमेंट करके पूरे सिलेबस का अच्छे ढंग से रिवीजन करें एवं विषय को रटने के स्थान पर भली-भाँति समझ कर पढ़ें।
2. काव्य को पढ़ते समय कविता में निहित काव्य सौन्दर्य के तत्वों (रस, छन्द, अलंकार) को रेखांकित करें और परिभाषा एवं उदाहरण का अभ्यास करें।
3. गद्य के अन्तर्गत लेखकों की रचनाओं को पढ़ते समय प्रत्येक पाठ के मूल भाव को समझें तथा सारांश, उद्देश्य एवं भाषा शैली को अपने शब्दों में लिखने का अभ्यास करें।4. व्याकरण के नियम एवं परिभाषा को भली-भाँति समझ लें एवं ध्यान लगाकर अभ्यास करें, जिससे प्रश्न पत्र को हल करते समय व्याकरण एवं वर्तनी सम्बन्धी कोई गलती नहीं रहे।
4. शब्द रचना के तत्व-लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे, शब्दों में सूक्ष्म अन्तर, अनेकार्थी शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, वाक्यों में त्रुटिमार्जन एवं तत्सम शब्द, इत्यादि के नियम एवं परिभाषा को भली-भाँति समझ लें एवं अभ्यास करें, जिससे प्रश्नपत्र को हल करते समय व्याकरण एवं वर्तनी संबधी गलती नहीं रहे एवं नए शब्द रचना और वाक्य निर्माण मे सहायता मिले।
5. पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र एवं सैंपल पेपर्स को निर्धारित समय के अन्तर्गत पूरा करने का अभ्यास करें।
6. परीक्षा में सबसे पहले प्रश्नपत्र को पढ़ लें, प्रश्नपत्र में दिये गये निर्देशों को अच्छी तरह समझने के बाद ही उत्तर लिखना शुरू करें।
7. वर्णनात्मक प्रश्नों के उत्तर तथ्यपरक एवं स्पष्ट लिखें तथा प्रयास करें कि व्याकरण एवं वर्तनी सम्बन्धी अशुद्धियाँ न हों।
8. आप लेखक एवं कवि का जीवन परिचय एवं साहित्यिक परिचय लिखते समय फ्लो चार्ट का इस्तेमाल कर सकतें हैं।
9. उत्तर लिखते समय मार्क्स के अनुसार ही शब्द-सीमा का ध्यान रखें।
10. पैराग्राफ आधारित प्रश्न को हल करने से पहले एक से अधिक बार अवश्य पढ़ लें और प्रश्न को अच्छी तरह समझ कर ही उत्तर लिखना शुरू करें।
11. उत्तर लिखते समय व्याकरण के नियमों एवं विराम चिह्नों यथा - अल्पविराम, पूर्णविराम इत्यादि का सावधानी पूर्वक पालन करें।
12. प्रश्न पत्र में दिये गये पत्र को लिखते समय पत्र के फॉर्मेट को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता और स्पष्टता के साथ संक्षिप्त शब्दों में लिखें।