NEET 2025 Exam Analysis: फिजिक्स ने छुड़ाए पसीने, बायोलॉजी रहा आसान, जानें कैसा रहा नीट 2025 का पेपर
NEET UG Exam 2025: नीट 2025 पेपर में स्टूडेंट्स ने फिजिक्स सेक्शन को सबसे कठिन पाया है। बायोलॉजी सेक्शन ज्यादातर एनसीईआरटी से था।

NEET UG Exam 2025 paper analysis: नीट 2025 परीक्षा का आयोजन पूरा हो गया है। इस वर्ष नीट यूजी परीक्षा के लिए करीब 22.7 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। नीट 2025 परीक्षा का आयोजन आज 4 मई 2025 को पूरे देश भर में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर सिंगल शिफ्ट में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किया गया। जानें स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट ने नीट 2025 पेपर के बारे में क्या कहा।
स्टूडेंट्स रिएक्शन-
चंडीगढ़ के स्टूडेंट्स ने नीट 2025 एग्जाम में फिजिक्स सेक्शन को सबसे कठिन पाया है।गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 19 में परीक्षा देने वाले सौरभ ने कहा कि सवाल बहुत लंबे थे और पहली नजर में प्रश्नों को देखकर डर लगा। स्टूडेंट दीपक सिंगला ने कहा कि फिजिक्स काफी कठिन थी, लेकिन वे बायोलॉजी सेक्शन आसानी से सॉल्व कर पाए क्योंकि वह ज्यादातर एनसीईआरटी से था।
19 वर्षीय और दूसरी बार एनईईटी में उपस्थित होने वाले मयंक कुमार ने कहा कि "मुझे फिजिक्स का पेपर विशेष रूप से कठिन लगा", उन्होंने शेयर करते हुए कहा कि उनके साथ परीक्षा में बैठने वाले उनके दो दोस्तों को भी पेपर सॉल्व करने में मुश्किल हुई थी। उन्होंने कहा, "ज्यादातर लोग फिजिक्स सेक्शन में 180 मार्क्स लाने के बारे में आश्वस्त नहीं हैं।
एक्सपर्ट रिएक्शन-
सिटी बेस्ड नीट कोचिंग में पढ़ाने वाले कुणाल सिंह ने कहा कि पिछले साल भी फिजिक्स का पेपर एनसीईआरटी से आया था, लेकिन इस बार कुछ प्रश्न जेईई मेन के लेवल से और यहां तक कि जेईई एडवांस से भी थे। उन्होंने कहा कि इस साल कटऑफ में कमी होने की संभावना है।
नीट यूजी 2025 परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को 3 घंटे का समय दिया गया था। उम्मीदवारों से परीक्षा में तीन सेक्शन फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी से प्रश्न पूछे गए थे। फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन से 45-45 प्रश्न पूछे आए जबकि बायोलॉजी सेक्शन से 90 प्रश्न पूछे आए थे। उम्मीदवारों से कुल 180 अनिवार्य प्रश्न परीक्षा में पूछे गए थे, जिनका कुल अंक 720 है। नीट 2025 एग्जाम स्टूडेंट्स को किसी प्रश्न का सही उत्तर देने के लिए 4 अंक दिए जाएंगे और किसी प्रश्न का गलत उत्तर देने पर एक चौथाई अंक यानी की 1 अंक नेगेटिव मार्किंग के रूप में काट लिया जाएगा।