सरेंडर करें और बिना शर्त मिलें नक्सली, वर्ना बंदूक का जवाब बंदूक से; छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम की दो टूक
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने दूसरी बार सरकार से बातचीत करने की पेशकश की है। इस पर राज्य के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली सरेंडर करें और बिना शर्त वार्ता के लिए मिलें। साथ ही उन्होंने कहा कि बंदूक का जवाब बंदूक से ही दिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने दूसरी बार सरकार से बातचीत करने की पेशकश की है। इस पर राज्य के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली सरेंडर करें और बिना शर्त वार्ता के लिए मिलें। साथ ही उन्होंने कहा कि बंदूक का जवाब बंदूक से ही दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डेडलाइन तय करने से बस्तर में ऑपरेशन तेज हो गए हैं। नक्सलियों ने सप्ताहभर के भीतर दूसरी बार शांतिवार्ता के लिए सरकार के सामने बात रखी है। माओवादियों के पत्र पर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलियों ने शांति वार्ता की अपील की है, लेकिन वे सामने तो आएं। उन्होंने किसी ‘समिति’ का जिक्र किया है तो वह समिति कौन-सी है, वह भी स्पष्ट करें। जो बातचीत करना चाहते हैं, वे मुझसे संपर्क करें। मैं उन्हें सुरक्षा देने को तैयार हूं। लेकिन, यह स्पष्ट है कि बंदूक का जवाब बंदूक से ही दिया जाएगा।
विजय शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने नक्सलियों से शांति वार्ता के लिए किसी प्रकार की कोई समिति गठित नहीं की है। विधानसभा में विपक्ष ने भी यह सवाल उठाया था और सरकार चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। हम बार-बार नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील कर रहे हैं। विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलियों ने पत्र में उल्लेख किया है कि वे स्कूल और अस्पतालों का विरोध नहीं करते फिर बस्तर के कई गांवों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची थी। गांवों में अब तक टीवी क्यों नहीं देखा गया? सड़क सुविधा से कई गांव वंचित हैं।
बातचीत करना चाहते हो तो मुख्यधारा में आओ
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि मैं सभी नक्सलियों से कहना चाहता हूं कि वे बंदूक छोड़ें। मैं उनसे बात करने के लिए तैयार हूं। बंदूक का जवाब बंदूक से होता है। अगर आप चर्चा चाहते हैं तो मुख्यधारा में आना होगा। आप लोग अवैध गतिविधियों में शामिल हैं और भारत के संविधान को नहीं मान रहे हैं। यह भारत है, यहां लोकतंत्र है...। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। सरकार की नई पॉलिसी के तहत यदि कोई नक्सली सरेंडर करता है तब भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति सरेंडर करना चाहता है तो हम तैयार हैं। हम छोटे-बड़े सभी समूहों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
इससे पहले भी रखी थी शांति वार्ता की बात
बता दें कि इससे पहले नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी ने पर्चा जारी किया था। उन्होंने शांति वार्ता की अपील करते हुए कहा था कि पिछले 15 महीनों में उनके 400 साथी एनकाउंटर मारे गए हैं। अगर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन रुकती है, तो हम शांतिवार्ता के लिए तैयार हैं। इस पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा था कि वे शांतिवार्ता को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए कोई शर्त न हो। सिर्फ सरेंडर करें और बातचीत करें। केंद्रीय कमेटी का पर्चा पहले तेलगू में आया था और अब उत्तर-पश्चिम सब जोनल ब्यूरो के प्रभारी रूपेश का पत्र सामने आया है, जिसमें शांति और सीजफायर की बात कही गई है।
(रिपोर्ट- संदीप दीवान)
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