छत्तीसगढ़ में मौसम का कहर,बिजली गिरने से 3 की मौत,20 जिलों में IMD का ऑरेंज अलर्ट
छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग और बिलासपुर के कई जिलों आंधी तूफान के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने 8 जिलों के लिए ऑरेंज और दर्जनभर से ज्यादा जिलों के यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने सुबह बस्तर संभाग के सात जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया था।

छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग और बिलासपुर के कई जिलों आंधी तूफान के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने 8 जिलों के लिए ऑरेंज और दर्जनभर से ज्यादा जिलों के यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने सुबह बस्तर संभाग के सात जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया था। शनिवार की शाम आए आंधी-तूफान, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हुई है। वहीं तीन लोग घायल हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने रायगढ़, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर, में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां बादल गरजने, आकाशीय बिजली गिरने और 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। वहीं सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाडा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, कबीरधाम और मुंगेली जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। यहां तेज हवा के साथ बारिश होने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। यह अलर्ट तीन घंटे यानी शाम 5 बजे तक के लिए जारी किया गया है।
बारिश से अधिकतम तापमान में गिरावट
रविवार को मध्य क्षेत्र यानि रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, महासमुंद में उतार-चढ़ाव जारी है। रायपुर में दोपहर को तेज धूप ने हलाकान किया। एक दिन पहले प्रदेश का अधिकतम तापमान बिलासपुर में 40 डिग्री दर्ज किया गया। वही न्यूनतम 22 डिग्री दुर्ग में दर्ज किया गया। इधर पेंड्रा में 35.5, अंबिकापुर में 36.2, जगदलपुर में 33.7, दुर्ग में 38.6 तापमान दर्ज किया गया। मौसम में आए बदलाव से अधिकांश जिलों में तापमान में गिरावट आई है। पखवाड़ेभर के अंदर रायपुर में सबसे ज्यादा 44.4 डिग्री अधिकतम तापमान रिकार्ड किया गया था। उससे पहले राजनांदगांव सबसे गर्म जिला रहा।

प्रदेश में यह सिस्टम एक्टिव होने से बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में दो सिस्टम का प्रभाव बना हुआ है। एक द्रोणिका दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्र से गुजरात, महाराष्ट्र आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण-तमिलनाडु तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर बनी हुई है। वहीं पूर्वी-पश्चिम द्रोणिका उपरोक्त चक्रवाती परीसंरचना क्षेत्र से दक्षिण पूर्व राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्रों से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड होते हुए उत्तरी ओडिशा तक औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली है। इसके प्रभाव से मौसम में बदलाव हो रहा है। तेज हवा, बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं भी हो रही है।
आकाशीय बिजली से तीन लोगों की मौत
1.अंबिकापुर जिला: सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम केशला निवासी शिक्षक हरीश कुमार एक्का अपने रिश्तेदार के यहां से वापस घर लौट रहा था। तेज बारिश से बचने ग्राम रजौटी चौक में पेड़ के नीचे रूक गया। आकाशीय बिजली गिरने से शिक्षक हरीश की मौत हो गई।
2.जशपुर जिला: नारायणपुर थाना क्षेत्र में चलती कार में एक पेड़ गिर गया, जिससे चालक की मौत हो गई। वहीं दो लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तेज आंधी-तूफान के चलते यह हादसा हुआ है। यह घटना महुआटोली में हुआ है।
3.बिलासपुर जिला: रतनपुर थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो किशोर झुलस गए। एक की मौत हो गई और दूसरे की इलाज जारी है। 16 वर्षीय योगेश यादव मौत हो गई है। 14 वर्षीय कुलदीप साहू का इलाज जारी है। आंधी-तूफान के वक्त आम पेड़ के नीचे खड़े थे, तभी यह हादसा हुआ।
(रिपोर्ट- संदीप दीवान)
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