हर खिलाड़ी सम्मान का हकदार…रोहित ने क्यों की टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए ये खास डिमांड
- भारत ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप और इस साल आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। इसके बीच भारत को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के हाथों टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम ने पिछले 9 महीनों में क्रिकेट के उतार चढ़ावों का सामना करते हुए सफलता हासिल करने के लिए सामूहिक संघर्ष किया है और पिछले 3 आईसीसी टूर्नामेंटों में भाग लेने वाली टीम का प्रत्येक सदस्य सम्मान का हकदार है। भारत को पिछले 3 आईसीसी लिमिटेड ओवरों के टूर्नामेंट में 24 मैचों में से एक में ही हार का सामना करना पड़ा है, वो भी 2023 वर्ल्ड कप के दौरान। यह हार भारत को टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली थी।
भारत ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप और इस साल आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। इसके बीच भारत को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के हाथों टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा।
भारत के कप्तान के तौर पर अपने कार्यकाल के बारे में रोहित ने कहा, ‘‘इस टीम ने तीन बड़े टूर्नामेंटों में जो हासिल किया है। इस तरह के टूर्नामेंट खेलना और बस एक मैच हारना और वह भी फाइनल (2023 वनडे विश्व कप)। सोचो कि अगर हम वह भी जीत जाते तो तीन आईसीसी टूर्नामेंटों में अपराजेय रहते। ऐसा कभी सुना ही नहीं है। 24 में से 23 मैच जीतना। बाहर से यह बहुत अच्छा लगता है लेकिन इस टीम ने काफी उतार चढ़ाव देखे हैं।’’
रोहित ने मुंबई इंडियंस के ‘एक्स’ पेज पर टीम द्वारा डाले गए वीडियो में कहा, ‘‘हमने कठिन समय भी देखा है लेकिन फिर आपको जश्न मनाने का मौका भी मिला। मेरा मानना है कि पिछले तीन टूर्नामेंट खेलने वाला हर खिलाड़ी सम्मान का हकदार है।’
रोहित का इंटरव्यू ऐसे समय में आया जब बीसीसीआई के आला अधिकारी भविष्य की रूपरेखा तय करने के लिये बैठक करने वाले थे लेकिन वह बैठक स्थगित कर दी गई।
रोहित ने कहा, ‘‘यह उन सभी खिलाड़ियों के लिए है जो किसी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं और निराशा में हैं, वे वापसी करना चाहते हैं और परिस्थितियां जो भी हो , बुलंदियां छूना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम घर पर सीरीज हार गए और ऑस्ट्रेलिया में अच्छा नहीं खेल सके। इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीती। पिछले 9 महीने इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि जीवन कैसा है। इसमें उतार चढ़ाव हमेशा रहेंगे।’’
रोहित ने कहा कि सफलता का सफर और मानसिकता में बदलाव 2022 से शुरू हुआ जब टीम ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप सेमीफाइनल हार गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘उसके बाद से हमने खिलाड़ियों को साफ बता दिया कि उनसे क्या अपेक्षा की जाती है और हम उन्हें कैसे खेलते देखना चाहते हैं। इसके बाद स्पष्टता थी। खिलाड़ियों से काफी बात की गई। उन्हें आजादी देने की जरूरत थी ताकि वे बेखौफ खेल सकें। हम कुछ सीरीज हारे लेकिन घबराये नहीं और प्रक्रिया पर कायम रहे।’’
पिछले साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस के आखिरी स्थान पर रहने के बारे में रोहित ने कहा कि हर खिलाड़ी को वापसी करने के लिए दृढ़ संकल्प होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपने टी20 करियर को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे, जो उन्होंने टी20 विश्व कप जीत के बाद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसी समय एक खिलाड़ी के तौर पर आपको थोड़ा धैर्य और नीचे से वापसी करने का दृढ़ संकल्प दिखाने की जरूरत होती है। यह (2024 आईपीएल) टीम के लिए सबसे खराब दौर था और मुझे लगता है कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट भी नहीं खेला। लेकिन आईपीएल के बाद भी बहुत कुछ था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ल्ड कप आने वाला था और उस पर फोकस करना था। मुझे पता था कि यह मेरा आखिरी टी20 वर्ल्ड कप है और मैं इसे जीतना चाहता था। लेकिन दूसरे खिलाड़ियों की मदद के बिना यह संभव नहीं था। हम एक ग्रुप के रूप में रहे और पूरे टूर्नामेंट में सभी ने योगदान दिया।’’