पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान पर फूटा जावेद अख्तर का गुस्सा, कहा- '99% कश्मीरी भारत के लिए...'
जावेद अख्तर ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है। जावेद ने एक इवेंट में बार-बार होने वाली इस तरह की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए भारत सरकार से इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस आतंकी हमले में 26 मासूमों को मौत के घाट उतार दिया गया। इस आतंकी हमले को लेकर हर कोई अपना गुस्सा जाहिर कर कर रहे हैं। ऐसे में अब लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है। जावेद ने एक इवेंट में बार-बार होने वाली इस तरह की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए भारत सरकार से इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
निश्चित रूप से तनाव होगा
जावेद अख्तर हाल ही में दिल्ली में फिक्की के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान जावेद ने पाकिस्तान द्वारा ऐसी घटनाओं में शामिल होने से बार-बार इनकार करने पर सवाल उठाते हुए कहा, 'ये आतंकवादी कहां से आए? जर्मनी से नहीं। हम उनके साथ सीमा साझा नहीं करते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'यह हमला एक महत्वपूर्ण मोड़ होना चाहिए। पहलगाम में जो हुआ... निश्चित रूप से तनाव होगा। जब ऐसी घटनाएं होती रहती हैं तो तनाव कैसे नहीं हो सकता? हर कुछ दिनों में हम ऐसी कोई घटना देखते हैं, और हर साल कम से कम एक ऐसी दुखद घटना होती है।'
क्या इसे ही दोस्ती कहते हैं?
शांति की दिशा में भारत के प्रयासों के बारे में बात करते हुए अख्तर ने कहा, 'इस देश में हर सरकार, चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा, ने शांति स्थापित करने की कोशिश की है। यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी जी भी पाकिस्तान गए थे। लेकिन उन्होंने क्या किया? जिस जगह वे गए थे, उसे उन्होंने धो दिया। क्या इसे ही दोस्ती कहते हैं?'
हम पाकिस्तान से कैसे बात कर सकते हैं
जावेद अख्तर यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने ने कारगिल युद्ध के बाद पाकिस्तान के व्यवहार की आलोचना की और कश्मीर पर उनके दावों पर सवाल उठाते हुए कहा, 'हम पाकिस्तान से कैसे बात कर सकते हैं, जब उन्होंने कारगिल युद्ध में मारे गए अपने सैनिकों के शव भी स्वीकार नहीं किए?...आज भी 99% कश्मीरी भारत के प्रति वफादार हैं।' यही नहीं जावेद ने हाल ही में मसूरी में हुई घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि जब मसूरी में कश्मीरी शॉल बेचने वाले पर वहां के स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था। इसकी वजह से 16 विक्रेताओं को हिल स्टेशन से भागना पड़ा। जावेद ने कहा कि जो लोग मसूरी या भारत के किसी अन्य हिस्से में कश्मीरियों को परेशान करते हैं, आप केवल पाकिस्तान के दुष्प्रचार को मान्यता दे रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार कुछ सख्त कार्रवाई करेगी।
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