Kapkapiii Review: ना हंसाती है और ना ही डराती है फिल्म कंपकंपी, श्रेयस की मेहनत नहीं आई काम
श्रेयस तलपड़े और तुषार कपूर की फिल्म कंपकंपी रिलीज हो गई है। संगीत सिवन द्वारा निर्देशित यह फिल्म हॉरर कॉमेडी है। फिल्म कैसी बनी है, परफॉर्मेंस कैसी है, यह सब जानने के लिए आप यह रिव्यू पढ़ लें।

फिल्म : कंपकंपी
स्टार कास्ट : श्रेयस तलपड़े, तुषार कपूर, दिंकर शर्मा, धिरेंद्र कुमार
डायरेक्टर : संगीत सिवन
श्रेयस तलपड़े, तुषार कपूर, दिंकर शर्मा, धिरेंद्र कुमार तिवारी और सोनिया राठी की फिल्म कंपकंपी रिलीज हो गई है। यह एक हॉरर कॉमेडी फिल्म है जिसे दिवंगत संगीत सिवन ने डायरेक्ट किया था। संगीत ने ना सिर्फ फिल्म डायरेक्ट की थी बल्कि पोस्ट प्रोडक्शन और डबिंग तक वह काम कर रहे थे, लेकिन फिर उनका निधन हो गया। खैर अब क्योंकि फिल्म रिलीज हो गई है और आप फिल्म देखने का प्लान बना रहे हैं तो पहले यह रिव्यू पढ़ लें।
कहानी
यह स्टोरी कुछ दोस्तों की है जो एक खतरनाक गेम खेलते हैं ओइजा बोर्ड का। इस गेम के दौरान अनामिका की आत्मा आ जाती है। इसके बाद सब अपने सवालों के जवाब उससे पूछते हैं जैसे पिता की असली आइडेंटिटि से लेकर ज्वैलरी चोरी को लेकर। लेकिन तभी सिचुएशन आउट ऑफ कंट्रोल हो जाती है। अब कैसे ये दोस्त इस मुश्किल से निपटते हैं यही फिल्म में दिखाया है।
रिव्यू
कंपकंपी फिल्म, साल 2023 में रिलीज हुई मलयालम फिल्म रोमांचम का हिंदी रीमेक है। हमने कई फिल्मों में देखा है कैसे कई दोस्त होते हैं, डरावनी बिल्लियां भी होती है और यह सब इस फिल्म में भी देखने को मिला है। दिक्कत यह है कि कंपकंपी के मेकर्स को लगा कि यह फनी है।
कुमार प्रियदर्शी और सौरभ आनंद द्वारा लिखी गई यह स्टोरी धीरे-धीरे पेचीदा होती जाती है। एक किराएदार को भी इसमें शामिल किया गया है। इसके बाद आता है गैंगस्टर जिसका किरदार दिब्येंदु भट्टाचार्या ने निभाया है। वहीं इंटरवल के बाद फिर होती है तुषार कपूर की एंट्री जो गैंग का हिस्सा बनते हैं। समझ ही नहीं आता कि फिल्म कहां जा रही है।
एक वक्त ऐसा आता है जब आपकी हंसी भी रुक जाती है और डर भी। आप बस बिना एक्सप्रेशन के फिल्म की स्क्रीन देखते रहते हैं।
परफॉर्मेंस
हालांकि परफॉर्मेंस की बात करें तो श्रेयस इस डूबती नाव को बचाने की पूरी कोशिश करते हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग अच्छी है और वह आपको हंसाएंगे भी। तुषार का किरदर थोड़ कन्फ्यूजिंग लगा। बाकी सब भी ज्यादा कुछ कर नहीं पाए। ऐसा कहें कि फिल्म में कोई सीन हो जो काफी डरावना हो, वैसा हुआ नहीं।
ओवरअलॉल बात करें तो कंपकंपी ना आपको पूरी तरह से हंसाएगी और ना डराएगी। इसके प्लॉट्स सही से नहीं लिखे गए और सक्रीनप्ले भी बिखरा हुआ लगा।