इन्वर्टर में कब डालना चाहिए पानी? ऐसा करने से बेस्ट बैकअप देगी बैटरी inverter battery water refill time period and how to maintain it for best backup, Gadgets Hindi News - Hindustan
Hindi Newsगैजेट्स न्यूज़inverter battery water refill time period and how to maintain it for best backup

इन्वर्टर में कब डालना चाहिए पानी? ऐसा करने से बेस्ट बैकअप देगी बैटरी

घर में लगे इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालना लोग अक्सर भूल जाते हैं और उन्हें इसका सही तरीका पता नहीं है। आइए बताएं कि आपको बैटरी में कब-कब पानी डालते रहना चाहिए। 

Pranesh Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 23 May 2025 06:22 PM
share Share
Follow Us on
इन्वर्टर में कब डालना चाहिए पानी? ऐसा करने से बेस्ट बैकअप देगी बैटरी

गर्मी के मौसम में इन्वर्टर बैटरी हमारे घरों और ऑफिसेज में लगातार बिजली देने के लिए बहुत काम आती है। इसके बेहतर परफॉर्मेंस और लंबी लाइफ के लिए बैटरी की नियमित देखभाल जरूरी होती है। बैटरी में पानी बदलना इसका एक जरूरी हिस्सा है। अगर समय पर और सही तरीके से बैटरी में पानी नहीं डाला गया, तो इससे बैटरी क्षमता कम हो सकती है या वह पूरी तरह से खराब भी हो सकती है।

डिस्टिल्ड वाटर ही करें इस्तेमाल

इन्वर्टर बैटरी में इस्तेमाल होने वाला पानी, पीने के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान्य पानी नहीं होता, बल्कि डिस्टिल्ड वाटर यानी कि आसुत जल होता है। यह पानी विशेष रूप से साफ और बिना किसी खनिज तत्व के तैयार किया जाता है, जिससे बैटरी की प्लेट्स खराब नहीं होतीं। नल के पानी में मौजूद खनिज और अशुद्धियां बैटरी के अंदर केमिकल रिएक्शंस को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे बैटरी की क्षमता पर नेगेटिव असर पड़ता है।

ये भी पढ़ें:स्मार्टफोन में धमाका होने से गई बच्ची की जान, चूके तो आप बन सकते हैं शिकार

बैटरी में कब डालना चाहिए पानी?

बैटरी में पानी डालने का सही समय जानने के लिए आपको हर 30 से 45 दिन में एक बार बैटरी चेक करनी चाहिए। अगर आपकी बैटरी नए मॉडल वाली है और उसमें वाटर लेवल इंडिकेटर है, तो यह प्रक्रिया और आसान हो जाती है। इंडिकेटर आपको दिखा देता है कि पानी का लेवल कब और कितना कम हुआ है। अगर इंडिकेटर नहीं है, तो आप बैटरी के सेल्स का ढक्कन खोलकर भी वाटर लेवल की जांच कर सकते हैं। पानी का लेवल हमेशा 'maximum' और 'minimum' मार्क के बीच होना चाहिए।

पानी भरते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि बैटरी पूरी तरह चार्ज हो और बिजली की सप्लाई बंद हो। ग्लव्स पहनकर और आंखों की सेफ्टी के लिए चश्मा लगाकर काम करना चाहिए। एक साफ प्लास्टिक की बोतल या ड्रॉपर की मदद से धीरे-धीरे हर सेल में जरूरत के हिसाब से डिस्टिल्ड वाटर भरें। जरूरत से ज्यादा पानी कभी ना भरें, क्योंकि इससे बैटरी से पानी बाहर निकल सकता है और यह जंग या बाकी दिक्कतों का कारण बन सकता है।

ये भी पढ़ें:₹13999 में Oppo लाया धांसू 5G फोन, 6000mAh बैटरी और 128GB स्टोरेज का मजा

लीकेज चेक करना भी है जरूरी

पानी भरने के बाद बैटरी के ढक्कन को ठीक से बंद करें और यह तय करें कि कहीं कोई रिसाव तो नहीं हो रहा है। इसके बाद बैटरी को कुछ समय तक चालू ना करें, ताकि पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स अच्छी तरह संतुलित हो जाएं। अगर आपको बार-बार पानी भरने की जरूरत पड़ रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि बैटरी में कोई तकनीकी समस्या है, ऐसे में किसी पेशेवर तकनीशियन से जांच करवा लेना चाहिए।

इस तरह, यदि आप नियमित रूप से बैटरी के पानी का ध्यान रखते हैं और इसे सही तरीके से भरते हैं, तो आपकी इन्वर्टर बैटरी न सिर्फ ज्यादा समय तक चलेगी, बल्कि आपको बेहतर प्रदर्शन भी देगी। नियमित देखभाल से आप न सिर्फ पैसे बचा सकते हैं बल्कि लंबे समय तक बिना रुकावट बिजली की सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।