सूरत में मैनेजर ने मिलाया था पानी में जहर, पुलिस को बताई वजह; 118 पहुंच गए थे अस्पताल
गुजरात के सूरत में पुलिस ने कपोदरा में अनभ जेम्स यूनिट में एल्युमिनियम फॉस्फाइड (सलफास) जहर मिलाने की घटना का खुलासा किया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच करने और इस्तेमाल किए गए सलफास पैकेट का पता लगाने के बाद, पुलिस ने 29 साल के मैनेजर को अरेस्ट कर लिया।

गुजरात के सूरत में पुलिस ने कपोदरा में अनभ जेम्स यूनिट में एल्युमिनियम फॉस्फाइड (सलफास) जहर मिलाने की घटना का खुलासा किया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच करने और इस्तेमाल किए गए सलफास पैकेट का पता लगाने के बाद, पुलिस ने 29 साल के निकुंज देवमुरारी को गिरफ्तार किया है, जो पिछले चार सालों से यूनिट में मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था।
देवमुरारी का दावा है कि उस पर 9 लाख रुपए का कर्ज था और उसने आत्महत्या करने के लिए सलफास (चूहा मारने वाली दवा) का पैकेट खरीदा था, लेकिन बाद में उसे वाटर कूलर में फेंक दिया। पुलिस ने उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। डीसीपी (जोन I) आलोक कुमार ने कहा, "मामला जटिल था क्योंकि ऐसा कोई फुटेज नहीं था जिससे पता चल सके कि कूलर में सलफास किसने फेंका। हमने कूलर के सबसे नजदीक लगे कैमरे के आधार पर मामले को सुलझाने की कोशिश की।"
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने बताया कि उसने यह जानने के लिए एक प्रयोग किया कि पानी में सलफास मिलाने के बाद उसमें कितनी देर तक गंध आती है। देवमुरारी ने बताया, "हमें पता चला कि पानी में तुरंत गंध आती है। इसके आधार पर हमने गंध के बारे में पहली बार चिल्लाने से 10 मिनट पहले के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। गंध को लेकर पहली बार देवमुरारी ने चिल्लाकर बताया था, जो कूलर के पास कैमरे में दिखाई दे रहा था।"
दूसरी टीम सलफास बैच का पता लगा रही थी। टीम ने पाया कि देवमुरारी ने यह पैकेट एक मेडिकल शॉप से खरीदा था। कुमार ने कहा, "हमारा शक सही साबित हुआ और बाद में उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। वह दावा कर रहा है कि वह आत्महत्या करके मरना चाहता था, लेकिन हम जांच कर रहे हैं कि क्या वह किसी और वजह से कर्मचारियों को मारना चाहता था।" पुलिस सूत्रों के अनुसार, देवमुरारी पर 9 लाख रुपये का कर्ज था क्योंकि वह फिजूलखर्ची करता था।
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