जेलेंस्की के बाद एक और राष्ट्रपति से वाइट हाइस में भिड़े ट्रंप, बीच बैठक में अचानक चलवाए VIDEO
कार्यक्रम का प्रारूप अचानक बदल दिया गया, जिससे रामाफोसा के सलाहकार सतर्क हो गए। वाइट हाउस में टीवी पहले से लगा हुआ था। दोनों नेताओं के बीच वार्ता बंद कमरे में होने की जगह मीडिया की मौजूदगी में हुआ।

अमेरिकी राष्ट्रपति फिर एक विवाद की वजह से सुर्खियों में बने हुए हैं। पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से वाइट हाउस में उनकी तीखी नोकझोंक देखने मिली थी। अब दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ भी कुछ ऐसा ही दृश्य बना है। रामाफोसा ने अमेरिका के साथ व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के इरादे से ट्रंप से बैठक के लिए पहुंचे थे, लेकिन उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ नोकझोंक का सामना करना पड़ा। इस बैठक के दौरान ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका में श्वेत किसानों पर नस्लीय अत्याचार और नरसंहार का मुद्दा उठाया। वह काफी समय से इस मुद्दे पर बोलते आ रहे हैं। उन्होंने बैठक के दौरान अचानक एक वीडियो चलवाया, जिसके बाद अफ्रिकी राष्ट्रपति असहज हो गए।
वीडियो में दक्षिण अफ्रीकी वामपंथी नेता जूलियस मलिमा को "किल द बोअर" के नारे लगाते देखा जा सकता है। ट्रंप ने वीडियो चलाते हुए कहा, “इन सफेद क्रॉसों में से हर एक एक मरे हुए श्वेत किसान का प्रतीक है। ये लोग अपनी जमीन खो रहे हैं। इन्हें मारा जा रहा है।”
बैठक से पहले कार्यक्रम का प्रारूप अचानक बदल दिया गया, जिससे रामाफोसा के सलाहकार सतर्क हो गए। वाइट हाउस में टीवी पहले से लगा हुआ था। दोनों नेताओं के बीच वार्ता बंद कमरे में होने की जगह मीडिया की मौजूदगी में हुआ।
हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामाफोसा ने स्थिति को संभालते हुए ट्रंप की बातों पर सीधे हमला नहीं किया। उन्होंने कहा, “अगर हमारे देश में श्वेत किसानों का नरसंहार हो रहा होता तो मेरे साथ आए ये तीन श्वेत दक्षिण अफ्रीकी (दो गोल्फ खिलाड़ी और कृषि मंत्री) यहां मौजूद नहीं होते।”
इस बैठक के बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए रामाफोसा ने कहा, “हमने व्यापार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रचनात्मक चर्चा की है। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ट्रंप फिलहाल इस विषय पर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।"
सोची-समझी साजिश?
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता विन्सेंट मग्वेन्या ने इस घटनाक्रम को पूर्व नियोजित हमला बताया। उन्होंने कहा, “हमने बैठक के फॉर्मेट में अचानक बदलाव देखा। उस वीडियो और लेखों की कोई विश्वसनीयता नहीं थी।”
बैठक में ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका के भूमि अधिग्रहण कानून का भी विरोध किया, जिसके तहत सरकारी काम के लिए बिना मुआवजे के जमीन अधिग्रहण की अनुमति देता है। वहीं, दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने इसे सामाजिक न्याय और भूमि सुधार का हिस्सा बताया है।
ट्रंप के साथ बैठक में उनकी टीम के अलावा एलन मस्क भी मौजूद थे। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ट्रंप को तथाकथित सबूतों की एक फाइल सौंपी थी। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में वाइट अफ्रीकी को शरणार्थी दर्जा दिया है और उन्हें चार्टर्ड विमान से अमेरिका लाया गया है।
क्या कहते हैं आंकड़े
दक्षिण अफ्रीका में किसानों की हत्याएं पिछले 20 वर्षों में घटी हैं। हर साल वहां लगभग 27,000 लोग मारे जाते हैं, जिनमें अधिकांश काले समुदाय के युवा पुरुष होते हैं। श्वेत लोग देश की 7% आबादी हैं, लेकिन 70% ग्रामीण जमीन उनके नाम है। कोई जमीन अब तक सरकार द्वारा जब्त नहीं की गई है जब से रंगभेद की समाप्ति हुई।
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