Chandra Shekhar Azad Calls for Unity of Dalits Muslims and Backward Classes to Change Political Landscape दलित-मुसलमान और पिछड़ों का गठजोड़ राजनीति की दिशा बदल देगा: चंद्रशेखर, Meerut Hindi News - Hindustan
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दलित-मुसलमान और पिछड़ों का गठजोड़ राजनीति की दिशा बदल देगा: चंद्रशेखर

Meerut News - भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि दलित, मुस्लिम और पिछड़ों का एकत्रित होना देश की राजनीति को बदल सकता है। मवाना में आयोजित एक सम्मेलन में आजाद ने अपने संघर्ष और समाज की भलाई के लिए काम करने...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठThu, 22 May 2025 06:11 AM
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दलित-मुसलमान और पिछड़ों का गठजोड़ राजनीति की दिशा बदल देगा: चंद्रशेखर

मेरठ/मवाना। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भीम आर्मी के चीफ सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि दलित-मुसलमान और पिछड़ों का गठजोड़ एक मंच पर आ जाये तो देश की राजनीति की दिशा बदल जायेगी। बुधवार को मवाना तहसील रोड पर भीम आर्मी भारत एकता मिशन व आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के तत्वावधान में स्वागत समारोह, संविधान बचाओ सम्मेलन एवं कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद रहे। भाषण से पहले सांसद ने भीमराव अम्बेडकर व कांशीराम के चित्रों पर माल्यार्पण किया। वहीं आते समय मवाना थाने पर भीमराव अम्बेडकर व मिहिर भोज की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।

संबोधन में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनके साथ इतना बड़ा जनसैलाब है तो वे इस समाज का कर्ज अपने खून के आखिरी कतरा देकर चुकाऊंगा। उन्होंने नौजवानों से कहा कि कोई ताकत उन्हें रोक नहीं सकती। स्वाभिमान की चिंगारी बड़े-बड़े सत्ताधारियों की तख्ता पलट देगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनका जीवन लक्ष्य है, आपके जीवन की गरीबी और मजबूरी को खत्म करना। जीवन में यदि लक्ष्य नहीं तो वह जीवन बेकार है। उनका लक्ष्य गरीबी, बेगारी को खत्म करना, आत्मसम्मान व भौतिक व बुनियादी सुविधाएं दिलाना है। सांसद ने कहा कि हमारी समाज की बारातें रोकी जाती हैं, वहीं से अब परिवर्तन की शुरुआत होगी। उन्होंने कोतवाल धनसिंह गुर्जर और मातादीन वाल्मीकि जैसे क्रांतिकारियों का जिक्र करते हुए उनके योगदान को इतिहास से मिटाने की कोशिशों का विरोध किया। उन्होंने वर्ष 2017 में अपने ऊपर हमले की कार्रवाई की याद दिलाते हुए कहा, आज 21 मई 2017 के दिन उनके एनकाउंटर कराने की कोशिश हुई थी, लेकिन आपके प्यार और समर्थन ने उनके हाथ मज़बूत कर दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगार युवकों की भीड़ घूम रही है। भर्ती के नाम पर कभी पेपर लीक हो जाता है। कभी आरक्षण में घोटाला हो जाता है। उन्होंने गरीब परिवार व गरीब माता की कोख से जन्म लिया है, उन्होंने जीवन में गरीबी से लड़ते हुए संघर्ष किया है। सम्मेलन में आये सभी लोगों से आजाद समाज पार्टी के लिए हाथ उठाकर आशीर्वाद मांगा। सहारनपुर के मंडल प्रभारी सरदार जोगेन्द्र सिंह ने मंच पर सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रतन सिंह को तलवार व सरोपा भेंट किया। वरिष्ठ कार्यकर्ता एंकर पाल ने पार्टी फंड में 50 हजार रुपये व सांसद को चांदी का मुकुट पहनाया। इनके अलावा कार्यकर्ता सम्मेलन को राष्ट्रीय अध्यक्ष रतन सिंह, डा.रनपाल सिंह, चरन सिंह, रविन्द्र भाटी समेत सभी वक्ताओं ने दलित-मुसलमान और पिछड़ों का गठजोड़ का डंका पीटा। वर्ष 2027 में हस्तिनापुर से पार्टी प्रत्याशी उतारने का इशारा कर गये... भीम आर्मी के चीफ चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि सभी जगहों पर दलित व मुस्लिमों का उत्पीड़न हो रहा है। आप लोगों का कोई रखवाला नहीं है। ऐसे उत्पीड़न के मामले में भीम आर्मी को याद करना, वह हर समय सहायता के लिए तैयार मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि यह धरती मेरठ की क्रांतिधरा है। इसलिए उन्होंने यहीं से बदलाव की शुरूआत करने का फैसला किया है। उन्होंने सुना है कि मेरठ जिले में हस्तिनापुर की धरती से जो चुनाव जीतकर जाता है, प्रदेश में उसी पार्टी की सरकार बनती है। उन्होंने सभी से अपील की कि नगीना के लोगों ने वहां का सूखा समाप्त कर उन्हें संसद में भेज दिया। आपको वर्ष 2027 में 15 सालों के हस्तिनापुर का सूखा समाप्त करना है। सभी मांगे संसद में उठाऊंगा सांसद को मिले मांग पत्रों पर कहा कि धनसिंह कोतवाल रेजिमेंट दोबारा से बनाने की मांग जोर-जोर से संसद में उठाऊंगा। गुर्जर रेजिमेंट को बहाल कराया जायेगा। इसके अलावा भीमराव अम्बेडकर व धनसिंह कोतवाल को भारत रत्न देने की मांग संसद में उठा चुके हैं। किसानों की मांग पर सांसद चन्द्रशेखर आजाद बोले कि गढ़मुक्तेश्वर में खनन जोर शोर से हो रहा है, शिकायत करने पर अफसर खनन माफियाओं पर नहीं, किसानों पर कार्रवाई कर रहे हैं। अभी उनके पास कलम की ऐसी ताकत नहीं हैं जो वे किसी अफसर को निलम्बन व बर्खास्त कर सके। आप लोगों ने मुझे ऐसी ताकत नहीं दी है। ताकत चाहिये तो मुझे ताकत दो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी लड़ाई सत्ता के लिए नहीं है, समाज को न्याय दिलाने के लिए है। उन्होंने संसद में अम्बेडकर जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश व बौद्ध गया को मुक्त करने की मांग उठाई। मजबूरन सरकार को उनकी मांगे माननी पड़ी। साप्ताहिक पैठ का मामला उठाया... नगीना सांसद ने कहा कि जिस मैदान में वह बोल रहे है, इस मैदान में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक पैठ लगाई जाती थी, जिसे एक मंत्री के इशारे में खत्म कर दिया गया है। जो सरकार गरीबों को रोजगार नहीं दे सकती और रोजगार करते समय गरीबों पर लाठीचार्ज कराकर उन्हें भगाया गया है। ऐसी सरकार को आप लोग उजाड़ने का काम करें। सत्ता से हटाने के लिए काम करें। एकजुट होकर सरकार को अपनी ताकत का एहसास करा दो, साप्ताहिक पैठ अपने आप लग जायेगी। सभा के बाद भगदड़ जैसी हालत पैदा हो गए तहसील रोड पर पालिका मैदान में बुधवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान जब सभा समाप्त हुई तो चंद्रशेखर अपनी गाड़ी की ओर बढ़ने लगे। उसी दौरान उनसे मिलने के लिए कार्यकर्ताओं में एक भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। चंद्रशेखर के गार्ड भी भीड़ को संभाल नहीं पाए। धक्का मुक्की के बाद बड़ी मशक्कत के बाद चंद्रशेखर अपनी गाड़ी तक पहुंचे। इस भगदड़ के दौरान तहसील रोड पर खड़ी बाइकें भी सड़क पर गिर गई। लोगों की चप्पल तक नाली में गिर गई। लोग भीड़ में दबने से बाल बाल बचे।

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