162 नोबल विजेता देने वाले हार्वर्ड विश्वविद्यालय पर भड़के डोनाल्ड ट्रंप, बोले- मूर्खों को काम पर रखता है
- हार्वर्ड समेत कई यूनिवर्सिटीज से डोनाल्ड ट्रंप काफी नाराज रहे हैं। हार्वर्ड ने 162 नोबेल पुरस्कार विजेता दिए हैं। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि यह यूनिवर्सिटी काफी वामपंथी झुकाव वाली है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की फंडिंग रोकने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बार फिर से निशाना साधा है। 162 नोबल अवॉर्ड विजेता देने वाले हार्वर्ड को ट्रंप ने एक मजाक बताया और कहा कि यह संस्थान सिर्फ मूर्खों को ही काम पर रखता है। ट्रंप यूनिवर्सिटी में हुई कुछ नियुक्तियों से खफा थे। उन्होंने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर कहा, "हार्वर्ड को अब सीखने का एक सभ्य स्थान भी नहीं माना जा सकता है, और इसे दुनिया के महान विश्वविद्यालयों या कॉलेजों की किसी भी सूची में नहीं माना जाना चाहिए। हार्वर्ड एक मजाक है, नफरत और मूर्खता सिखाता है, और इसे अब संघीय निधि नहीं मिलनी चाहिए।"
हार्वर्ड समेत कई यूनिवर्सिटीज से डोनाल्ड ट्रंप काफी नाराज रहे हैं। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि यह यूनिवर्सिटी काफी वामपंथी झुकाव वाली है। कोलंबिया विश्वविद्यालय सहित अन्य संस्थानों ने ट्रंप प्रशासन की कम व्यापक मांगों के आगे घुटने टेक दिए हैं, लेकिन हार्वर्ड ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। यूनिवर्सिटी ने इस दबाव को स्पष्ट रूप से खारिज किया है। इसके अध्यक्ष एलन गार्बर का कहना है कि यूनिवर्सिटी अपनी स्वतंत्रता या अपने संवैधानिक अधिकारों पर समझौता नहीं करेगी।
गार्बर ने लिखा, ''किसी भी सरकार को - चाहे कोई भी पार्टी सत्ता में हो - यह निर्देश नहीं देना चाहिए कि निजी विश्वविद्यालय क्या पढ़ा सकते हैं, किसे प्रवेश दे सकते हैं और किसे नियुक्त कर सकते हैं, तथा अध्ययन और जांच के किन क्षेत्रों को आगे बढ़ा सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने यहूदी-विरोधी भावना को दूर करने के लिए व्यापक सुधार किए हैं।
ट्रंप ने दो पूर्व महापौरों, न्यूयॉर्क के बिल डी ब्लासियो और शिकागो के लोरी लाइटफुट को नगरपालिका प्रबंधन और सरकार पढ़ाने के लिए नियुक्त करने के लिए विश्वविद्यालय की निंदा की और उन्हें सबसे खराब और सबसे अक्षम नेताओं में से एक बताया। उन्होंने विश्वविद्यालय की नियुक्ति के तौर-तरीकों की निंदा की और उसे वोक व कट्टर वामपंथी करार दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय को मजाक कहा और कहा कि इसे दुनिया के महान विश्वविद्यालयों या कॉलेजों की किसी भी सूची में नहीं माना जाना चाहिए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट साझा करते हुए ट्रंप ने लिखा, "हर कोई जानता है कि हार्वर्ड ने अपना रास्ता खो दिया है। उन्होंने न्यूयॉर्क (बिल डी) और शिकागो (लोरी एल) से, हास्यास्पद रूप से उच्च वेतन/फीस पर, हमारे देश के इतिहास में दो सबसे खराब और सबसे अक्षम महापौरों को नगरपालिका प्रबंधन और सरकार सिखाने के लिए नियुक्त किया। इन दो कट्टर वामपंथी मूर्खों ने दो शहरों को पीछे छोड़ दिया, जिन्हें उनकी अक्षमता और बुराई से उबरने में वर्षों लगेंगे।"
ट्रंप ने आगे लिखा, "हार्वर्ड लगभग सभी जागरूक, कट्टरपंथी वामपंथी, मूर्खों को काम पर रखता है जो केवल छात्रों और तथाकथित भविष्य के नेताओं को विफलता सिखाने में सक्षम हैं। उनके साहित्यिक चोरी करने वाले राष्ट्रपति के हाल के अतीत को देखें, जिन्होंने अमेरिका की कांग्रेस के सामने हार्वर्ड को बहुत शर्मिंदा किया... हार्वर्ड को अब सीखने का एक सभ्य स्थान भी नहीं माना जा सकता है, और इसे दुनिया के महान विश्वविद्यालयों या कॉलेजों की किसी भी सूची में नहीं माना जाना चाहिए। हार्वर्ड एक मजाक है, नफरत और मूर्खता सिखाता है, और इसे अब संघीय धन नहीं मिलना चाहिए। इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।"
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