4.5 करोड़ रुपए और 10 एकड़ जमीन, BJP नेता अनिल टाइगर की हत्या की वजह; किसने बनाया था प्लान
बीजेपी नेता अनिल टाइगर महतो की हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि साढ़े चार करोड़ रुपए और 10 एकड़ जमीन के मामले में अनिल की हत्या की गई थी।

झारखंड की रांची पुलिस ने भाजपा नेता अनिल महतो टाइगर की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने हत्या के चार और आरोपी पुंदाग के अमन सिंह, कोलकाता के जिशान अख्तर, किशोरगंज के मनीष चौरसिया और हिंदपीढ़ी के अजय कुमार रजक उर्फ गोलू को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि रांची का बिल्डर देवव्रत नाथ शाहदेव कांके के चामगुरु में दस एकड़ जमीन पर कब्जा करना चाहता था। लेकिन, ग्रामीणों के साथ मिलकर अनिल टाइगर उसका विरोध कर रहे थे। मामले को सुलझाने के लिए अनिल टाइगर ने 2023 में एक मीटिंग के दौरान देवव्रत से साढ़े चार करोड़ रुपये मांगे थे। देवव्रत द्वारा इनकार किए जाने पर दो साल से विवाद जारी था। अंतत: यही जमीन और इस जमीन के एवज में मांगे गए पैसे अनिल की हत्या का कारण बन गए।
रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने गुरुवार को बताया कि जमीन विवाद को लेकर देवव्रत ने अपराधियों के साथ मिलकर हत्या साजिश कोलकाता में रची थी। इसके लिए शूटरों को दो लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। अग्रिम के तौर पर 50 हजार रुपये दिए गए थे। इस हत्याकांड में पुलिस रोहित वर्मा को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं मुख्य साजिशकर्ता देवव्रतनाथ शाहदेव और अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा फरार है। पुलिस दोनों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
कोलकाता के एक होटल में रची गई थी हत्या की साजिश
अनिल की हत्या के लिए बिल्डर देवव्रत ने अपराधी अभिषेक सिंह उर्फ सूरज सिन्हा से संपर्क साधा और कोलकाता में बैठकर अनिल के हत्या की साजिश रची। दो लाख में हत्या की बात तय हुई। कोलकाता के एक होटल में ही सूरज ने दोनों शूटरों अमन सिंह और रोहित वर्मा बुलाया और अनिल की तस्वीरों के साथ उसकी हर जानकारी साझा की। घटना को अंजाम देने के लिए अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा ने शूटर समेत अन्य अपराधियों को पहली किस्त में 50 हजार रुपये फोन-पे पर उपलब्ध कराया। इसके बाद शूटरों ने 26 मार्च को कांके में अनिल की हत्या कर दी। हत्या के बाद रोहित को तो पुलिस ने पकड़ लिया था। वहीं अमन सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचा और ट्रेन से खड़गपुर से हावड़ा नानी के घर में चला गया था।
प्रति डिसमिल 50 हजार रुपए की दर से मांगे थे पैसे
एसएसपी ने बताया कि कांके की उक्त 10 एकड़ जमीन पर देवव्रत जब 2023 में चहारदीवारी निर्माण कराने पहुंचा था तब अनिल और ग्रामीणों ने काम रोक दिया था। मामले को लेकर कांके थाने में अनिल महतो सहित आठ नामजद पर केस भी हुआ था। इस विवाद को देख दिसंबर 2023 में हरमू निवासी विनोद पासवान ने अपने घर में देवव्रत के साथ अनिल टाइगर की मीटिंग कराई थी। मीटिंग में अनिल ने प्रति डिसमिल 50 हजार रुपए की दर से साढ़े चार करोड़ रुपए बिल्डर से मांगे थे। पैसे देने से मना करने पर देवव्रत और अनिल में विवाद हो गया था। इसी दौरान बिल्डर ने अनिल पर पिस्टल तान दी और जान मारने की धमकी दी थी।