बोकारो मुठभेड़ में मारे गए थे 8 नक्सली, 7 लाशों पर कोई दावा नहीं; शव लेने तक नहीं पहुंचे परिजन
- आठ में से मारे गए एरिया कमांडर अरविंद यादव के शव को लेने उसके भाई अजय यादव बोकारो पहुंचे, जिन्हें बोकारो पुलिस की ओर से शव जमुई ले जाने के लिए सौंप दिया गया है।

झारखंड के बोकारो के लुगु पहाड़ में पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारे गए आठ नक्सलियों का पोस्टमार्टम मंगलवार को चास स्थित पोस्टमार्टम हाउस में हुआ। लेकिन, मारे गए नक्सलियों के परिजन या उनके समर्थक अबतक सामने नहीं आए हैं। आठ में से मारे गए एरिया कमांडर अरविंद यादव के शव को लेने उसके भाई अजय यादव बोकारो पहुंचे, जिन्हें बोकारो पुलिस की ओर से शव जमुई ले जाने के लिए सौंप दिया गया है।
इन सात नक्सलियों में विवेक एक करोड़ का इनामी माओवादी है और सेंट्रल कमेटी मेंबर है। पर मुठभेड़ में मौत के बाद उसके शव पर दावा करने वाला अबतक सामने नहीं आया। इतना ही नहीं धनबाद जिले के जिस टुंडी इलाके से उसका संबंध है, लोगों ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया।
बोकारो पुलिस की एक टीम मंगलवार को मानवता का परिचय देते हुए गिरिडीह रवाना हुई। क्योंकि मारे गए आठ में से छह नक्सली गिरिडीह के मूल निवासी हैं। फोटो दिखाकर पहचान के बाद परिजनों को शव का अंतिम संस्कार के लिए प्रोत्साहित करने में जुटे हैं।
शवों के पोस्टमार्टम के बाद सभी मृत आठ नक्सलियों का बेसरा जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है। वहीं, डीएनए जांच के लिए मृत शरीर से सैंपल संग्रहित कर सुरक्षित रखे गए हैं। इसके अलावा उनके शरीर से निकले दो बुलेट भी सुरक्षित रखे गए हैं। पोस्टमार्टम होने तक किसी भी मृत नक्सली के शव को हासिल करने के लिए कोई दावा पेश नहीं किया। उनके कोई भी संबंधी शव लेने के लिए पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचे।
ऐसी स्थिति में कानूनी प्रावधान के तहत 72 घंटों के लिए चार नक्सलियों के शव को अनुमंडलीय अस्पताल चास व चार के शव को बीजीएच के मोर्चरी हाउस में सुरक्षित रखा गया है। अगर इस अवधि तक शव हासिल करने का कोई दावेदार नहीं आता है तो पुलिस उन शवों को दफनाने की प्रक्रिया पूरी करेगी।
मंगलवार सुबह चार बजे सुबह चास अनुमंडलीय अस्पताल में बेरमो एसडीएम मनोज मछुआ व मजिस्ट्रेट कुमार कनिष्क की निगरानी में चार सदस्य मेडिकल टीम ने मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों के मृत शरीर का पोस्टमार्टम किया। मेडिकल टीम में डॉक्टर आभा इंदु तिर्की, डॉक्टर शिव नारायण महतो, डॉक्टर रवि शेखर, डॉक्टर रीना कुमारी मौजूद थीं। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।