12 लाख रुपए नहीं लौटने पर पीट पीटकर हुई थी सुमित की हत्या
पिंड्राजोरा पुलिस ने चार मई को बहादुरपुर में हुए ईंट भट्टा मालिक सुमित महतो की हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि आरोपियों ने मृतक के साथ पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद...

बोकारो प्रतिनिधि। पिंड्राजोरा पुलिस ने चार मई को बहादुरपुर में हुए ईंट भट्टा मालिक सुमित महतो हत्याकांड में शामिल दो आरोपी को गिरफ्तार किया है। उक्त बातें एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने गुरुवार को पिंड्राजोरा थाना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा चास एसडीपीओ प्रवीण कुमार सिंह के निर्देशन में सब इंस्पेक्टर अभिषेक रंजन की एसआईटी ने गिरफ्तार आरोपी के स्वीकारोक्ति बयान व सर्व्लांस एविडेंस के आधार पर ब्लाइंड मर्डर केस का उद्भेदन कर दिया है। गिरफ्तार विश्वजीत राय व कुमार सौरभ को कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है, जबकि हत्या की घटना में शामिल दो आरोपी अगम सिंह उर्फ पम्मी व दीपक कुमार की तलाश की जा रही है।
चार मई की भोर में घर में घुसकर मृतक की पीट पीटकर अधमरा करने के बाद रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। एसपी ने अनुसंधान में आए तथ्यों के आधार पर बताया कि आरोपी विश्वजीत ननिहाल में रहकर शेयर ट्रेडिंग का काम करता है। मृतक तेलीडीह स्थित अपने पूरे परिवार से दूर बहादुरपुर में घर बनाकर रह रहा था। जमीन ब्रोकिंग के साथ ईंट भट्टा चलाता था। मृतक ने ईंट भट्ठा व्यवसाय के लिए आरोपी विश्वजीत से 12 लाख रुपए लिया था। तय हुआ था कि मृतक 12 लाख रुपए के एवज में आरोपी को प्रति ईट दो रुपए देगा। परंतु मृतक आरोपी को ना तो लाभ दे रहा था ना लिए गए 12 लाख रुपए लौट रहा था। बकाया मांगने पर गाली गलौज व मारपीट की धमकी भी दिया जाता था। इसी कड़ी में तीन मई को मृतक अपने दोस्तों के साथ आरोपी व उसकी मां को घर में जाकर गाली गलौज किया। कहा कि रुपए नहीं लौटाएगा। इसके बाद आरोपी ने अपने बिल्डिंग में मिठाई की दुकान चलाने वाली माइनिंग इंजीनियर कुमार सौरभ के अलावा दोस्त अगम सिंह व दीपक के साथ मिलकर मृतक को सबक सिखाने का रणनीति बनाया। रणनीति के तहत मृतक के घर पहुंचे, मारपीट शुरू की, फिर गुस्से में पास रखे रस्सी व गमछा से गला घोटकर मौत के घाट उतार कर फरार हो गया। फुटेज व डंप से मिला ठोस सुराग: अभिषेक रंजन की एसआईटी को जांच के क्रम में पास का सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें एक साथ चार संदिग्ध दिखे, मृतक के साथ कमरे में मौजूद सहकर्मी ने भी चार आरोपी का जिक्र किया था। इस आधार पर मौजूद टावर का डंप खंगाला गया, जिसमें चोरों आरोपी पाए गए, जो लगातार घटना से पहले व बाद में आपस में बातचीत कर रहे थे। इस पुख्ता सबूत के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू किया गया, जिसमें उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया। कहा कि वो मृतक से तंग आ चुका था, उसने कई लोगों को व्यवसाय के नाम पर रुपया लेकर फंसा रखा था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त रस्सी गमछा मोबाइल स्कूटी भी बरामद किया है।
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