पुलिस छानती रही खाक, ग्रामीणों ने बरामद किया शव
गोईलकेरा में एक ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे में मारे गए ड्राइवर की लाश एक सप्ताह तक बालू के ढेर में दबी रही। ग्रामीणों ने शनिवार को पुलिया के नीचे से ड्राइवर का एक हाथ बाहर निकलते देखा और शव को बालू से बाहर...

गोईलकेरा, संवाददाता गोइलकेरा में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे में मारे गए ड्राइवर की लाश एक सप्ताह तक बालू के ढेर तले दबी रही। लेकिन पुलिस शव की तलाश नहीं कर सकी। अंतत: शनिवार को घटनास्थल पर ग्रामीणों को पुलिया के नीचे बालू में मृत ड्राइवर का एक हाथ बाहर की ओर दिखाई दिया। जिसके बाद देर रात ग्रामीणों ने लाश को बालू के ढेर से बाहर निकाला। विगत 27 अप्रैल की शाम गोइलकेरा-सेरेंगदा मार्ग पर बारा गांव के पास अवैध बालू लदा ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गया था। हादसे के बाद ट्रैक्टर का चालक लापता था। ट्रैक्टर के नीचे ही चालक के दबे होने की आशंका जाहिर की थी।
लेकिन पुलिस को लाख कोशिशों के बावजूद लाश नहीं मिल रही थी। ट्रैक्टर को पुलिस ने जब्त कर बारा गांव के मुंडा के जिम्मे दे रखा था। हैरत की बात यह है कि एक सप्ताह में भी पुलिस दुर्घटनाग्रस्त ट्रैक्टर के ऑनर का पता नहीं लगा सकी है। वहीं मृतक ड्राइवर गुदड़ी का बताया जा रहा है। हादसे के बाद उसके लापता रहने से परेशान परिजनों ने मामले की शिकायत सांसद जोबा माझी से की। जिसके बाद पुलिस रविवार को भी ड्राइवर की खोजबीन करने घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन शनिवार रात में ही तामसाय के ग्रामीणों ने लाश को बालू के ढेर से निकाल कर जंगल में रख दिया था। जानकारी मिलने के बाद रविवार को शव को वहां से पुलिस ने बरामद किया और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।