केदली गुरुद्वारा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वैशाखी पर्व
केदली गुरुद्वारा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वैशाखी पर्व केदली गुरुद्वारा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वैशाखी पर्व

हंटरगंज, निज प्रतिनिधि । हंटरगंज के केदली कला स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में रविवार को हर्षोल्लास के साथ वैशाखी पर्व मनाया गया। तीन दिनों से चल रहे अखंड पाठ किया गया। निशान साहिब का चोला बदला गया। इसी दौरान कथा, शबद कीर्तन और व्याख्यान का आयोजन किया गया। गुरु के अटूट लंगर के साथ समारोह का समापन किया गया। गुरुपर्व के दौरान संगत को कथावाचकों ने सिखों के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने तीन दिनों तक सुबह-शाम के दीवान में वैशाखी पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला। कहा कि सन् 1699 के 13 अप्रैल के दिन हीं सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने पंजाब के आनंदपुर साहिब में पंज प्यारों को अमृतपान करवा कर खालसा पंथ की स्थापना की थी। इसके बाद सिख धर्म मानने वालों के लिए एक अलग पहचान बनाई थी। तब से खालसा पंथ को मानने वाले प्रत्येक वर्ष वैशाखी पर्व मनाते हैं। अंग्रेजी हुकूमत के दौरान जब अपना देश गुलाम था सन् 1919 को 13 अप्रैल के दिन ही पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के नजदीक स्थित ऐतिहासिक जालियांवाला बाग में वैशाखी पर्व मनाने के लिए एकत्रित लोगों पर तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर जनरल डायर के नेतृत्व में अचानक हमला कर सैकड़ों लोगों पर गोलियां बरसा दी। इससे कई लोगों मौत हो गई थी। इस निर्मम हत्याकांड में मारे गए शहीदों को याद करते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
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