नहाय खाए के साथ एक अप्रैल से शुरू हो रहा है चैती छठ
- 02 अप्रैल को खरना जबकि 03 को अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य -

नहाय खाए के साथ आज से चैती छठ की शुरुआत हो रही है। नेम निष्ठा का यह पर्व वर्ष में दो बार मनाया जाता है। एक बार कार्तिक माह में तो दूसरी बार चैत्र माह में। इस माह मनाए जाने वाले छठ की महत्ता कहीं अधिक है। यह सबसे कठिन व्रत में एक है। चैत्र नवरात्र के मध्य में मनाया ही यह छठ पूजा मनाया जाता है। यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर सप्तमी तिथि तक चलता है। मंगलवार को नहाय खाय के साथ इसकी शुरुआत हो रही है। बुधवार दो अप्रैल को खरना : दो अप्रैल बुधवार को खरना होगा। जहां व्रती अपने- अपने क्षेत्र अपनी परंपरा के अनुसार कहीं चावल तो कहीं चावल और दूध से बने खीर का प्रसाद आम की लकड़ी से प्रज्वलित अग्नि पर बनेगी। इससे पूर्व अग्निदेव की पूजा की जाती है और छठी मईया का आह्वान होता है। इसी प्रसाद को ग्रहण करने के बाद व्रती का 36 घंटे का कठीन व्रत शुरु हो जाएगा। तीन को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं चार अप्रैल शुक्रवार को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ चैती छठ का समापन हो जाएगा।
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