आश्वासन, उम्मीद और इंतजार में गुजर गए 15 दिन
बगोदर के पांच प्रवासी मजदूरों का नाइजर में 25 अप्रैल को अपहरण किया गया। 15 दिन बीत जाने के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिला है। परिजनों की चिंता बढ़ रही है और वे उनकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद कर रहे...
बगोदर नाइजर में अपहृत प्रवासी मजदूरों का 15 दिन यूं ही आश्वासन, उम्मीद और इंतजार में गुजर गया। अपहृत मजदूरों का अबतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। ऐसे में अब अपहृत मजदूरों की रिहाई और सकुशल वापसी की खबर सुनने के लिए उस दिन का इंतजार परिजनों के द्वारा किया जा रहा है। वैसे अपहृत प्रवासी मजदूरों का 15 दिनों बाद भी किसी तरह का कोई सुराग नहीं मिलने से परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है। परिजनों का एक- एक दिन जैसे - तैसे कट रहा है। परिजनों की हंसी - खुशी गायब है। सभी के चेहरे में अपनो का अपहरण होने का गम साफ दिखाई देता है।
बता दें कि 15 दिन पूर्व 25 अप्रैल को बगोदर के पांच प्रवासी मजदूरों का नाइजर में सशस्त्र अपराधियों ने अपहरण कर लिया है। जिन मजदूरों का अपहरण किया गया है उनमें दोंदलो के चंद्रिका महतो, फलजीत महतो, राजू महतो, संजय महतो एवं मुंडरो के उतम महतो शामिल हैं। तीन विधायक और दो पूर्व विधायक पीड़ित परिजनों से कर चुके हैं मुलाकात नाइजर में बगोदर इलाके के प्रवासी मजदूरों का अपहरण किए जाने का मामला सामने आते ही सबसे पहले 27 अप्रैल को बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह दोंदलो और मुंडरो पहुंचे थे। उन्होंने अपहृत मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की थी। साथ ही परिजनों की हिम्मत बंधाई थी। नाइजर में काम करनेवाले बगोदर के अन्य मजदूरों से उन्होंने मोबाइल पर बातचीत कर पूरे मामले से अवगत हुए थे। इसके बाद सीएम सहित संबंधित विभाग के आला अधिकारियों को मामले से अवगत कराते हुए मजदूरों की रिहाई और सकुशल वापसी की दिशा में पहल किए जाने की मांग की थी। विधायक नागेन्द्र महतो ने परिजनों से की मुलाकात, विदेश मंत्री को लिखा पत्र नाइजर में अपहृत प्रवासी मजदूरों के परिजनों से विधायक नागेन्द्र महतो 29 अप्रैल को मुलाकात कर हिम्मत बंधाई थी। उन्होंने मामले को लेकर विदेश मंत्री के साथ-साथ कोडरमा सांसद सह केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को पत्र लिखकर मामले में पहल किए जाने की मांग की थी। इसके एक दिन पूर्व अपहृत मजदूरों के परिजनों ने खेतको पहुंचकर मामले से विधायक को अवगत कराया था और मजदूरों की रिहाई और सकुशल वापसी की मांग की थी। मांडू विधायक निर्मल महतो भी परिजनों से कर चुके हैं मुलाकात अपहरण की घटना की जानकारी मिलने पर आजसू का एक प्रतिनिधिमंडल 1 मई को दोंदलो पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी। जिसमें मांडू विधायक निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो एवं पूर्व विधायक लंबोदर महतो सहित अन्य शामिल थे। नेताद्वय के द्वारा पीड़ित परिजनों की हिम्मत बंधाई गई थी और सहयोग का आश्वासन दिया गया था। सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो भी पीड़ित परिजनों को बंधाई हिम्मत सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो 7 मई को दोंदलो एवं मुंडरो पहुंचे थे। उन्होंने भी अपहृत मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की और हिम्मत बंधाई है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस मामले में केंद्र सरकार गंभीरता नहीं दिखाई तब भाकपा माले आंदोलन करने को बाध्य होगी। मौके पर पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह भी उपस्थित थे। श्रम उपाधीक्षक ने मजदूरों की सकुशल वापसी का दिया भरोसा श्रम उपाधीक्षक रवि शंकर 7 मई को बगोदर पहुंचे थे। नाइजर में अपहृत मजदूर के परिजनों से उन्होंने मुलाकात की और मजदूरों की सकुशल रिहाई और वापसी किए जाने का भरोसा परिजनों को दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार गंभीर है। संबंधित कंपनी के अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। मौके पर दोंदलो मुखिया तुलसी महतो, सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली आदि भी उपस्थित थे। यहां यह भी बता दें कि इसके पूर्व एसडीएम संतोष कुमार गुप्ता, सीओ मुरारी नायक, बीडीओ निशा कुमारी आदि भी अपहृत मजदूर के परिजनों से मुलाकात कर हिम्मत बंधाई है। परिजनों को सहयोग के तौर पर एक-एक बोरी चावल दिया गया है।
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