धूमधाम से मनाई गई गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती
गिरिडीह में नोबेल पुरस्कार विजेता गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। आर के महिला कॉलेज और सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किए गए। शिक्षकों ने टैगोर के चित्र पर पुष्प...

गिरिडीह, प्रतिनिधि। नोबेल पुरस्कार विजेता गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती शुक्रवार को कई जगहों पर धूमधाम से मनाई गई। जयंती पर टैगोर को याद किया गया। श्री आर के महिला कॉलेज में प्राचार्य डॉ मधुश्री सान्याल व शिक्षकों ने गुरु रवींद्रनाथ टैगोर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस दौरान प्राचार्य सान्याल ने टैगोर के जीवन पर प्रकाश डाला। इधर, सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल की प्रातः सभा में गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या ममता शर्मा, उप प्राचार्य सूरज कुमार लाला समेत सभी शिक्षकों ने रवींद्रनाथ टैगोर के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया।
इस महान कवि को श्रद्धांजलि देने के लिए विद्यालय के सभागार को सजाया गया था। इसके बाद छात्रों ने विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की। विद्यार्थियों ने टैगोर द्वारा रचित काबुलीवाला कहानी को संक्षिप्त रूप से एक नाटक के रूप में प्रदर्शित कर सबका मन मोह लिया। वहीं विद्यार्थियों के एक-दूसरे समूह ने टैगोर द्वारा रचित एक बंगला गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। मंच का संचालन चंद्रमल्लिका घोष ने किया। विद्यालय की निर्देशक रमनप्रीत कौर ने अपने सन्देश में गुरुदेव की प्रतिभा की सरहाना करते हुए कहा कि टैगोर बंगाल के बहुमखी प्रतिभा संपन्न विद्वान थे। वे एक कवि, लेखक, नाटककार, संगीतकार, दार्शनिक, चित्रकार, और समाज सुधारक थे। उन्होंने बंगाल के साथ भारतीय संस्कृति, संगीत और कला को नए आयाम दिए थे। उनकी रचनाएं देश की सीमा ही नहीं बल्कि अन्य देश के लोगों के दिलों में भी जगह बनाने में सफल रही।
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