जमशेदपुर MGM अस्पताल में बड़ा हादसा, छत ढहने से 3 मरीजों की मौत; 2 घायल
जमशेदपुर के एमजीएम हॉस्पिटल में बड़ा हादसा सामने आया है। यहां मेडिसिन वार्ड की छत ढह जाने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में 2 लोग घायल भी हुए हैं।

जमशेदपुर के साकची स्थित एमजीएम अस्पताल में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां अस्पताल की चार मंजिला मेडिसिन वार्ड की छत ढहने से तीन मरीजों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हैं। लापता मरीज श्रीचांद का शव देर रात मलबे में मिला। एनडीआरएफ की टीम भी बचाव में जुटी हुई थी। घटना के बाद देर रात पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा की घटना के लिए जो भी दोषी होंगे, उसपर कार्रवाई की जाएगी।
बताया जाता है कि सबसे ऊपर से गिरी छत नीचे के तल को तोड़ती गई। दूसरी मंजिल पर भर्ती मरीज फर्श टूटकर लटक जाने से नीचे जा गिरे और उनपर मलबा जा गिरा, जिसमें वे दब गए। इनमें दो लोगों लुकास साइमन तिर्की (60) और डेविड जॉनसन की मौत हो गई। दोनों लकवाग्रस्त थे।
इधर, एमजीएम के अधीक्षक डॉ आरके मंधान ने कहा कि प्रभावित एरिया में उस वक्त 10 मरीज थे। घटना की सूचना मिलते ही हमलोग मौके पर पहुंचे। अस्पताल के कर्मचारियों से राहत कार्य शुरू करा दिया। प्रशासन को भी सूचना दे दी गई। थोड़ी देर बाद ही बचाव दल राहत कार्य में जुट गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जानकारी देते हुए बताया कि एमजीएम जमशेदपुर में एक जर्जर भवन का हिस्सा गिरने से हुआ हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है। मरांग बुरु दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारों को दुःख सहन करने की शक्ति दे। स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम घटनास्थल पहुंची है। ऐसी घटना दोबारा न हो इस बाबत उचित कार्रवाई और कार्ययोजना बनाने के लिए कहा गया है।
घटना की सूचना पर उपायुक्त और एसडीओ समेत कई अधिकारी पहुंचे। उनके पहुंचने से पहले कर्मचारियों व उसी भवन के पीछे नए अस्पताल निर्माण कर रहे मजदूरों की मदद से मलबे से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई। करीब 4.20 बजे दमकल गाड़ी भी पहुंची और बचाव कार्य तेज किया गया।