District Administration and Forest Department Prepare for Traditional Vishu Festival to Prevent Illegal Hunting दलमा में शिकार की रोकथाम के लिए प्रशासन सतर्क, व्यापक तैयारी, Jamshedpur Hindi News - Hindustan
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दलमा में शिकार की रोकथाम के लिए प्रशासन सतर्क, व्यापक तैयारी

5 मई को दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी में जनजातीय समुदाय द्वारा पारंपरिक विशु पर्व के दौरान सेंदरा (शिकार) की रोकथाम के लिए प्रशासन और वन विभाग ने तैयारियाँ की हैं। डीएफओ सबा आलम अंसारी ने शिकार न करने की...

Newswrap हिन्दुस्तान, जमशेदपुरSat, 3 May 2025 01:08 PM
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दलमा में शिकार की रोकथाम के लिए प्रशासन सतर्क, व्यापक तैयारी

दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी में 5 मई को जनजातीय समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले पारंपरिक विशु पर्व के दौरान होने वाले सेंदरा (शिकार) की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग ने व्यापक तैयारी की है। वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अवैध शिकार पर नियंत्रण के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं।दलमा के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने मानगो वन विभाग के कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में विभिन्न सेंदरा समितियों के प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे पारंपरिक विशु पर्व को सांकेतिक रूप से मनाएं और वन्य प्राणियों का शिकार न करें। विशु शिकार की रोकथाम के लिए जमशेदपुर, सरायकेला और सामाजिक वानिकी (आदित्यपुर) वन प्रमंडलों के पदाधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया है।

साथ ही, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों के उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों, तथा रेलवे मंडलों (रांची, आद्रा, खड़गपुर, चक्रधरपुर) से सहयोग का आग्रह किया गया है। पटमदा, बोड़ाम, चांडिल, नीमडीह समेत सभी संवेदनशील क्षेत्रों में चिकित्सा व पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। दलमा टॉप के पिन्ड्राबेड़ा स्थित वन विश्रामागार में 4 व 5 मई को सुबह 6.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक विशेष चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। थाना प्रभारियों को किया गया अलर्ट विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए संबंधित थाना प्रभारियों को अलर्ट किया गया है। संवेदनशील क्षेत्रों में दंडाधिकारी एवं सशस्त्र बल की तैनाती हेतु अनुमंडल पदाधिकारियों से अनुरोध किया गया है। शिकार रोकने हेतु 11 चेकनाका और 17 वनपथों पर वनकर्मियों और पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। 55 से अधिक वनकर्मियों और भारतीय वन सेवा के 10 तथा राज्य वन सेवा के 2 अधिकारियों को अभियान में शामिल किया गया है। छह सूचना केंद्र स्थापित किए गए आश्रयणी की इको विकास समितियों के साथ बैठक कर दिशानिर्देश दिए गए हैं। 6 सूचना केंद्र स्थापित किए गए हैं। वन विभाग और समितियां संयुक्त रूप से गहन गश्ती कर जाल-फांस की बरामदगी कर रही हैं। आवश्यक संसाधनों के लिए विभिन्न प्रमंडलों से वाहन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रेस वार्ता में रेंज अफसर दिनेश चंद्रा, अपर्णा चंद्रा सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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