हाथियों की झुंड से ग्रामीणों में भय का माहौल
जयनगर में पिछले सप्ताह से 32 हाथियों का झुंड क्षेत्र में तबाही मचा रहा है। हाथियों ने किसानों की फसलों, बागवानी और घर में रखे अनाज को नुकसान पहुंचाया। ग्रामीण रात भर पहरेदारी कर रहे हैं और वन विभाग से...

जयनगर निज प्रतिनिधि। प्रखंड में पिछले एक सप्ताह से 32 हाथियों की झुंड डेरा डाले हुए हैं। क्षेत्र में जम कर तबाही भी मचा रहे हैं। इससे किसानों के बागवानी,फसल और घर में रखे अनाज को निशाना बना रहे हैं। इसी प्रकार से सोमवार की रात करीब नौ बजे प्रखंड के विभिन्न गांवों में भी जम कर उत्पात मचाया है। इस दौरान हाथियों ने बरमसिया जंगल की ओर से लोहाडंडा की तरफ विचरण करते हुए देखा गया। यहां से ग्रामीण और वन विभाग की टीम ने हाथियों को आग जलाकर और पटाखा फोड़कर खदेड़ा। इसके बाद हाथियों की झुंड खेसकरी की ओर पहुंच गए। बाद में हाथी की झुंड दो गुट में बट गए, जिससे इलाके में और भय का माहौल बन गया। हाथियों के आने के बाद लोहाडंडा, खेसकरी, कटहाडीह की ओर अफरा- तफरी का माहौल बन गया। इसी बीच खेसकरी मोड के पास हाथियों की झुंड ने अरमान खान, पिता- सलीम खान के मुर्गी फार्म को क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही तीन एकड़ में लगे आम बागवानी में करीब 50 पौधे को नष्ट कर दिया। साथ ही बाउंड्री को भी तोड़ दिया। हाथियों ने महुआटांड़ में भी जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान जंग बहादुर सिंह के खेत का बाउंड्री, कामता प्रसाद सिंह के खेत का बाउंड्री,आनंद सिंह के भी बाउंड्री को क्षतिग्रस्त किया और उनकी फसलों को नष्ट किया। गांव के नव सृजित प्राइमरी स्कूल के खिड़की दरवाजे को भी तोड़ दिया। हाथियों के इस उत्पात से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है।
इलाके में चर्चा का विषय
हाथियों के झुंड के इस तरह के उत्पात से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग अलग-अलग तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही से ऐसा हो रहा है। यदि वन विभाग पहले से ही इसमें अपनी सजगता दिखाई होती, तो लोगों को इतना नुकसान नहीं उठाना पड़ता। लोगों का कहना है कि अंधाधुन जंगलों से पेड़ की कटाई होने से भी हाथी को जंगल में पानी नहीं मिल रहा है, जिससे जंगल से हाथी बाहर निकल जा रहे हैं।
रात भर जागकर ग्रामीण कर रहे हैं पहरेदारी
हाथी का भय इतना बढ़ गया है कि लोग रात-रात भर जाकर पहरेदारी कर रहे हैं। लोग मुख्य सड़क के अगल-बगल आग जलाकर और हाथ में टार्च लेकर रात- रात भर जाकर गांव की रखवाली कर रहे हैं।
हाथी को अपने जगह पर पहुंचाने और मुआवजे की उठ रही है मांग
हाथियों के इस तरह के उत्पात मचाने से जो लोगों का नुकसान हुआ है साथी सुरक्षा की दृष्टिकोण से कोई अप्रिय घटना ना घटे उससे पहले वन विभाग के द्वारा हाथियों को उनके जगह पर पहुंचने को लेकर लगातार लोग मांग कर रहे हैं। बताते चले की मंगलवार को भी जयनगर के जंगल में हाथियों के झुंड नदी में नहाते हुए देखे गए। इससे अब भी क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है। लोग सफर करने से भी रात्रि में डर रहे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।