Ecart Courier Service Employee Embezzles Over 10 Lakh Rupees in Domchanch ईकार्ट कुरियर सर्विस को कंपनी के ही कर्मी ने 10 लाख रु से अधिक राशि का किया गबन, Kodarma Hindi News - Hindustan
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ईकार्ट कुरियर सर्विस को कंपनी के ही कर्मी ने 10 लाख रु से अधिक राशि का किया गबन

डोमचांच में ईकार्ट कुरियर सर्विस के एक सुपरवाइजर द्वारा 10 लाख रुपये से अधिक की गबन की गई है। रीजनल मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। सुपरवाइजर ने मोबाइल एक्सचेंज और अन्य सामानों में गबन किया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, कोडरमाWed, 16 April 2025 06:35 PM
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ईकार्ट कुरियर सर्विस को कंपनी के ही कर्मी ने 10 लाख रु से अधिक राशि का किया गबन

डोमचांच निज प्रतिनिधि। डोमचांच थाना क्षेत्र अंतगर्त में कोठियाराबर स्थित ईकार्ट कुरियर सर्विस को कंपनी के ही कर्मी द्वारा 10 लाख रु से अधिक राशि गबन किए जाने का मामला सामने आया है। कंपनी के ही डोमचांच ब्रांच स्थित सुपरवाइजर ने कंपनी को चूना लगा रहा था। मामले को लेकर रीजनल मैनेजर अरविंद कुमार पांडेय ने दो दिन पहले थाना में आवेदन देकर अपने दो सुपरवाइजर के खिलाफ 10 लाख रू से अधिक गबन करने को लेकर शिकायत किया है। इसमें बताया है कि सिर्फ मोबाइल एक्सचेंज में रिटर्न जाने वाले मोबाइल के बदले डेड मोबाइल भेजा गया है। इसमें पांच लाख 17 हजार रु का गबन किया है। जबकि कुरियर से आने वाले अन्य सामानों को पैकिंग से खोलकर ग्राहक को दे देते थे और उसमे फर्जी सामान भेजते थे, जिसमें चार लाख का गबन किया गया है। ग्राहक को डिलीवर किए गए पार्सल का एक लाख रु कंपनी को नहीं दिया है। इधर मामले को लेकर पुलिस ने आरोप लगे कर्मी को हिरासत में लेकर मंगलवार की रात पूछताछ किया है,जिसमें कंपनी में कार्य कर रहे और कर्मी की भी मिलीभगत की बात सामने आई है। इसके बाद कर्मियों ने कंपनी के रीजनल मैनेजर को कुछ पैसे लौटाए हैं। बाकी पैसे देने की बात कही है।

कैसे करते थे गबन?

ऑनलाइन के जरिए लोगों द्वारा मंगाए गए मोबाइल सेट के बदले दूसरा मोबाइल एक्सचेंज में रिटर्न भेजा जाता था। लेकिन कंपनी के कर्मियों द्वारा एक्सचेंज में रिटर्न जाने वाले 20 हजार के फोन के बदले 500 से 1000 रू तक के डेड मोबाइल कंपनी को भेज दिया जाता था। इसमें फील्ड में काम कर रहे स्टाफ की भी मिलीभगत रहती थी। जबकि अन्य महंगी मंहगी सामानों को पैकिंग से खोलकर ग्राहक को बेच देते थे। और उसी तरह फर्जी सामान डाल कर कंपनी को भेज कर चुना लगा रहे थे। इन लोगों द्वारा कई दिनों से यह खेल किया जा रहा था। पता चलने के बाद कंपनी ने सभी कर्मियों को ऑफिस से निकाल दिया। लेकिन गबन किए पैसे की मांग करने पर कर्मियों ने नहीं दिया। इसके बाद रीजनल मैनेजर ने पुलिस से मदद मांगी।

क्या कहते हैं थाना प्रभारी?

थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि कंपनी में काम कर रहे उसी के कर्मियों ने ही हेराफेरी की है। कंपनी और काम कर रहे युवकों ने अपने ही मामले को आपस में बैठकर विचार करने की बात कही है।

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