डोमचांच में 217 करोड़ की लागत से बन रहे जलमीनार का काम कई माह से बंद
डोमचांच में 217 करोड़ की लागत से जलमीनार का निर्माण कार्य कई महीनों से बंद है, जिससे स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। नीमाडीह में जलमीनार गिरने के बाद कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया गया है। अब पुनः विभागीय...

डोमचांच, निज प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र में 217 करोड़ की लागत से बन रहे जलमीनार का काम कई माह से बंद है। इसके कारण लोगों की चिंता बढ़ गई है। जल जीवन मिशन योजना के तहत डोमचांच के बगडो,जियोरायडीह, पुरनाडीह,नीमाडीह सहित लगभग आधा दर्जन पानी टंकी का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। 217 करोड़ की लागत से बन रही ये सभी पानी टंकी का कार्य एकेजी कंस्ट्रक्शन रांची के द्वारा करवाया जा रहा था। कम्पनी के द्वारा डोमचांच के दर्जनों गावों में जलापूर्ति योजना बहाल के लिए तैयार की गई मल्टी विलेज स्कीम पर काम किया जा रहा था। इस योजना के तहत लगभग 12 पंचायतों के कई गांवों में 2026 तक नल-जल योजना का लाभ ग्रामीणों को पहुंचाया जाना था।लेकिन
अब यह योजनाएं अधर मे लटक गई। दरअसल नीमाडीह में इसी योजना के तहत बन रहे जलमीनार अचानक आंधी और बरसात के कारण गत 1 जून को भरभराकर गिर जाने की घटना पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता सहित एई व जेई को निलंबित किया जा चुका है। साथ ही इस कम्पनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है। जिसके कारण सभी जगहो पर निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। अब इन योजनाओं के फिर से संचालन में दुबारा विभागीय प्रक्रिया अपनाई जाएगी, जिसमें काफी समय लगने की संभावना है।जिसके कारण यह मेगा परियोजना समय से पुरा नही हो पायेगा। कोडरमा में करीब 15 पानी टंकी के निर्माण का टेंडर मिला था। कई महिनो से कार्य बंद होने के कारण स्थानीय लोग भी काफी नाराज है। लोगों का कहना है कि सरकार हर घर नल जल योजना देने का दावा करती है लेकिन किसी न किसी कारण वह लटक का रह जाती है। लोगों ने इस योजना को जल से जल्द शुरू करने की मांग की है। इधर बगडो मे भी बन रही पानी टंकी के पास करोडो की लागत की रखी गई पाइप मे गत दिनों आग लग गई थी। जिसके कारण लाखो का नुकसान हुआ था। इसी तरह अगर कार्य बंद रहता है, तो धीरे धीरे सामानो की भी चोरी हो जायेगी। बगडो मुखिया प्रतिनिधि राजेंद्र यादव ने कहा कि सरकार अविलंब इस योजना को चालू करवाएं ताकि यह योजना समय पर पूरा हो और लोगों के घरों तक हर घर नल जल के माध्यम से पानी पहुंच सके। आपको बता दें कि लगभग 12 पंचायत में इन टंकी के जरिए हर घर में नल जल के माध्यम से पानी पहुंचाया जाना था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।