(संशोधित) प्रखंड व अंचल की अनियमितता पर मुखिया संघ में आया उबाल, 15 दिनों में पहल नहीं तो होगा सड़क पर आंदोलन, हैदरनगर के गांवों में कृषि मित्र कर रहे हैं दलाली
हैदरनगर में मुखिया संघ की बैठक में प्रशासनिक रोस्टर के अनुसार पंचायत सचिवालयों में कर्मियों की अनुपस्थिति को लेकर विरोध जताया गया। मुखिया संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सरकारी अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं...

हैदरनगर, प्रतिनिधि। बीडीसी में मुखिया प्रतिनिधियों की उपेक्षा व प्रशासनिक रोस्टर के मुताबिक पंचायत सचिवालयों में अंचलाधिकारी, राजस्वकर्मी सहित अन्य कर्मियों की लगातार अनुपस्थिति पर प्रख्ंड के सभी मुखिया में उबाल आया है। मुखिया संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह की अध्यक्षता में की गई बैठक में उन्होंने कहा कि स्थानीय सरकारी अस्पताल में विगत पांच वर्ष से आपातकालीन सेवा मरीजों के बंद रहने से गंभीर रुप से ग्रसित लोगों को जहां तहां उपयुक्त इलाज के लिये भागदौड़ करना पड़ रहा है। उपाध्यक्ष नाजमा खातून ने कहा कि समस्त मुखिया की ओर बीडीसी के चयनित प्रतिनिधियों को बैठक में साजिश के तहत शामिल नहीं किया जाना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सचिव सुदर्शन राम ने कहा कि प्रशासनिक रोस्टर के बावजूद किसी पंचायत सचिवालय में अंचलाधिकारी व राजस्वकर्मी की उपस्थिति नहीं होने से आम लोगों की समस्या निबटारा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि अंचल से किसानों का काम छोड़ अब कृषि मित्रों को ही म्युटेशन कराने के नाम पर गांवों में दलाली करने को अंचल से भेजा जा रहा है। लंबित सहित नया म्युटेशन कराने के नाम पर ग्रामीणों से सात हजार रुपये तक अवैध उगाही की जा रही है। संयोजक जितेन्द्र सिंह, सोशल मीडिया प्रभारी कमल कुमार पासवान, शहनाज परवीन रेणु देवी, शारदा देवी, खुशबू कुमारी, अशोक यादव, राजकुमार राम, कुसुम देवी ने कहा कि उनके अंचल के अधिकारी पंचायत सचिवालय में समयानुसार नहीं बैठकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हैं। जिससे बाध्य होकर सभी मुखिया ने एकमत से कहा है कि कृषि मित्रों व वर्तमान जलसहिया को तत्काल प्रभाव से हटाने और नये सिरे से चुनाव कराने, प्रखंड के गृह गांव से पारा शिक्षकों को हटाकर दूसरे गांव में 15 दिनों के भीतर पदस्थापित नहीं किया गया तो सड़क पर आंदोलन शुरु किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वे विभागीय कार्य से अधिक अपने घरों में ही समय बीताकर सरकारी खजाना को लूटने में लगे हैं। इस बैठक में शामिल प्रबुद्ध व वरीय सामाजिक कार्यकर्ता नावाजिश खान, सज्जू खान, महेन्द्र राम, राजेश मेहता, इरशाद खान, विरेन्द्र मेहता आदि ने कहा कि बाल विकास परियोजना के पोषण आहार बिल पर मुखिया के हस्ताक्षर का अधिकार हटाने के बाद इसमें लूट मची है। इस विभाग में अधिक मात्रा में खाद्य सामग्री के बिल बनाकर पैसे की निकासी बदस्तूर जारी है। सदस्यों ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रखंड व अंचल कार्यालय की कार्यप्रणाली में एक पखवाड़े के अंदर सुधार नहीं हुआ तो पंचायती राज मंद्धी से मिलने के बाद उनका सड़क पर आंदोलन शुरु होगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।