9th Annual Eastern Hematology Group Conference Concludes in Ranchi with Over 450 Doctors Participating जागरुकता और समय पर स्क्रीनिंग से ब्लड कैंसर का सफल इलाज संभव : डॉ कोतवाल, Ranchi Hindi News - Hindustan
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जागरुकता और समय पर स्क्रीनिंग से ब्लड कैंसर का सफल इलाज संभव : डॉ कोतवाल

रांची के होटल रेडिसन ब्लू में तीन दिवसीय 9वीं वार्षिक ईस्टर्न हेमेटोलॉजी ग्रुप कॉन्फ्रेंस का समापन हुआ। इस कार्यक्रम में 60 से अधिक हेमेटोलॉजी विशेषज्ञों ने भाग लिया। सम्मेलन में सिकल सेल एनीमिया,...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीSun, 25 May 2025 08:41 PM
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जागरुकता और समय पर स्क्रीनिंग से ब्लड कैंसर का सफल इलाज संभव : डॉ कोतवाल

रांची, संवाददाता। राजधानी के होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित तीन दिवसीय 9वीं वार्षिक ईस्टर्न हेमेटोलॉजी ग्रुप ईएचजी कॉन्फ्रेंस का रविवार को समापन हुआ। इस आयोजन में देशभर से 60 से अधिक हेमेटोलॉजी विशेषज्ञ शामिल हुए। कार्यक्रम में झारखंड के 120 चिकित्सक समेत कुल 450 से अधिक डॉक्टरों ने भाग लिया। सम्मेलन में सिकल सेल एनीमिया, ल्यूकेमिया, जीन थेरेपी, लिम्फोमा, थैलेसीमिया और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। डॉ चेयरपर्सन एवं प्रोफेसर, गंगाराम हॉस्पिटल दिल्ली कर्नल ज्योति कोतवाल ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह सम्मेलन हेमेटोलॉजी के क्षेत्र में ज्ञानवर्धन और तकनीकी अद्यतन का एक सशक्त मंच बना है।

डॉ कोतवाल ने झारखंड में सिकल सेल मिशन के तहत हो रहे कार्यों की प्रशंसा की। बताया कि राज्य में एचपीसीएल मशीन और सेल काउंट जांच की सुविधा बढ़ी है। लेकिन, मरीजों की संख्या को देखते हुए एक और रेफरल सेंटर की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ब्लड कैंसर का समय पर निदान और इलाज संभव है, जरूरत है जागरुकता और स्क्रीनिंग की। देर से पहुंचते हैं मरीज, इसलिए स्थिति गंभीर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के डॉ शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि मरीज अक्सर देर से इलाज के लिए पहुंचते हैं, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो जाती है। उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस में प्लेटलेट्स की कमी, एप्लास्टिक एनीमिया और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ अभिषेक रंजन ने कहा कि झारखंड में हेमेटोलॉजी क्षेत्र को विकसित करने की आवश्यकता है। वहीं, को-सेक्रेट्री डॉ अजय के महलका ने बताया कि सम्मेलन में नई तकनीकों और प्रोटोकॉल्स पर चर्चा की गई, जिससे भविष्य में राज्य को लाभ होगा। डॉक्टरों को किया गया सम्मानित कार्यक्रम में केस प्रेजेंटेशन देने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने इसे टीम वर्क का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए कहा कि पीजी छात्र और एनजीओ प्रतिनिधियों की भागीदारी से यह सम्मेलन और भी सफल रहा।

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