यीशु का यरूशलेम में प्रवेश नम्रता का प्रतीक : बिशप सीमांत
रांची में रविवार को खजूर पर्व मनाया गया। क्राइस्ट चर्च में रेव्ह ममता बिलुंग ने आराधना का संचालन किया। बिशप सीमांत तिर्की ने यीशु के यरूशलेम में राजा की तरह प्रवेश को नम्रता का प्रतीक बताया। संत पॉल्स...

रांची, वरीय संवाददाता। क्राइस्ट चर्च, मेन रोड में रविवार को खजूर पर्व मनाया गया। यूथ सर्विस में आराधना का संचालन रेव्ह ममता बिलुंग ने किया। अपने उपदेशक में बिशप सीमांत तिर्की ने कहा कि यीशु का यरूशलेम में प्रवेश एक राजा की तरह हुआ। यीशु एक गधे पर सवार होकर शहर में प्रवेश किए। यह नम्रता का प्रतीक है। वे एक विनम्र राजा हैं, जो शांति और प्रेम के साथ आते हैं। हमें भी अपने जीवन में उनकी राजधर्मिता को स्वीकार करना चाहिए। मौके पर रेव्ह निशांत गुड़िया, एडल्ट सर्विस में रेव्ह सुनिता तिर्की व रेव्ह सीएबी नाग मौजूद थे।
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मनुष्य के लिए उद्धार के लिए यीशु का हुआ आगमन: बिशप बास्के
रांची। संत पॉल्स कैथेड्रल चर्च में सीएनआई चर्च कलीसिया के लिए रविवार को पॉम संडे की विशेष आराधना हुई। छोटानागपुर डायसिस के बिशप बीबी बास्के ने कहा कि यीशु का यरूशलेम में प्रवेश राजा की तरह हुआ। मनुष्य के उद्धार के लिए उनका आगमन हुआ और अब उनका दूसरा आगमन न्याय के लिए होगा।
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