Sector-2 Market in Ranchi Faces Numerous Issues Parking Road Conditions and Illegal Constructions बोले रांची:: पार्किंग-सड़कें नहीं बनीं तो ठप हो जाएगा कारोबार, Ranchi Hindi News - Hindustan
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बोले रांची:: पार्किंग-सड़कें नहीं बनीं तो ठप हो जाएगा कारोबार

रांची के सेक्टर-2 मार्केट में पार्किंग, जर्जर सड़कें और अवैध निर्माण की समस्या है। यहां 500 से अधिक दुकानें हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। दुकानदारों ने समस्याओं को लेकर प्रशासन से ध्यान...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीSat, 19 April 2025 05:41 AM
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बोले रांची:: पार्किंग-सड़कें नहीं बनीं तो ठप हो जाएगा कारोबार

रांची, संवाददाता। रांची के एचईसी क्षेत्र में वर्ष 1968 से सेक्टर-2 मार्केट सचालित है। लगभग 56 वर्ष पूर्व एचईसी ने सेक्टर-2 में न्यू मार्केट और बसंती मार्केट परिसर बनाकर लीज पर दिया था। कुछ दुकानों के लिए जमीन लीज पर भी गई थी। वर्तमान में मार्केट परिसर में 500 से अधिक छोटी-बड़ी दुकानें हैं। इसमें लगभग 100 दुकानों को एचईसी से लीज आवंटन मिला हुआ है, अन्य अवैध निर्माण कर दुकान चला रहे हैं। मार्केट में कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिसे दुकानदारों ने हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में रखा। कहा-लंबे समय से पार्किंग और जर्जर सड़क की समस्या से परेशान हैं, लेकिन नगर निगम और जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं है। एचईसी परिसर का सेक्टर-2 बाजार रांची के प्रमुख बाजार में से एक है। यहां राशन, कपड़ा, बर्तन, किताब-कॉपी, मोबाइल, सर्राफा कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। साथ ही खाने-पीने के कई रेस्टोरेंट हैं। एचईसी और आसपास की हजारों आबादी इस बाजार से खरीदी करती है। इस बाजार से पांच हजार से अधिक लोगों का परिवार सीधे तौर से चलता है।

हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में बाजार के दुकानदारों ने बताया कि इस बाजार में इंट्री के लिए जो सड़क है वहां के नाले पर बना पुल संकरा है। साथ ही इस पुल की स्थिति काफी जर्जर हो गई है। जिससे गाड़ियों को बाजार में आने में काफी परेशानी होती है। बताया कि पुल जर्जर होने के साथ पुल के नीचे की मिट्टी भी लगातार खोखली हो रही है।

बताया कि सड़क किनारे मीट-मटन बेचने वाले दुकानदार अवशेषों को खुले नाले में फेंक देते हैं। इससे आस पास काफी गंदगी रहती है। ग्राहकों को मार्केट में प्रवेश करते समय दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। कई बार ग्राहक इन्हीं कारणों से इस मार्केट में आने से बचते हैं। दुकानदारों से लोगों ने मांग है कि मांस-मछली बेचने वाले दुकानदारों को अवशेषों को सही तरिके से डिस्पोज करना चाहिए, ताकि बाजार मेंं प्रवेश करने वाले ग्राहकों का परेशानी न हो।

बाजार में पार्किंग की नहीं है व्यवस्था

इस मार्केट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। इससे चार पहिया वाहन से मार्केट में आने वाले ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सेक्टर-2 मार्केट के पास दो साप्ताहिक बाजार लगता है। बाजार के दिन इस मार्केट में वाहनों के आवागमन में दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। वहीं, आम दिनों में शाम के समय बाजार में भीड़ ज्यादा होती है, जिस कारण स्थिति और खराब हो जाती है।

इस मार्केट की सड़कों पर सब्जी विक्रेता, ठेले-खोमचे और फास्ट फूट स्टॉल लगाते हैं। इससे सड़कों पर लोगों की अधिक भीड़ हो जाती है। वाहन खड़ा करने की जगह नहीं होने के कारण लोग सड़कों पर वाहन लगा देते हैं। जिस कारण जाम कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। साथ ही अतिक्रमण के कारण सड़कें संकरी होते जा रही हैं। लोगों ने बताया कि जिस खाली जगही पर कभी गाड़ियां लागाई जाती थीं वहां भी आज अतिक्रमण कर लिया गया है।

अवैध निर्माण बढ़ने से स्थाई दुकानदार परेशान

एचईसी परिसर में सड़क किनारे लगातार अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। लोग उसमें या तो खुद दुकान खोल रहे हैं, या फिर से किराया में लगाकर कमाई कर रहे हैं। लीज वाले दुकानदारों का कहना है कि वर्ष 1968 में एचईसी ने सभी का लीज बांधा था। साथ ही बसंती मार्केट और न्यू मार्केट को एचईसी ने बनाकर उसे लीज पर दिया था। सालों तक इन दुकानों में रौनक रहती थी। लेकिन, वर्तमान में इस मार्केट के अस्तित्व पर ही खतरा है। वहां की स्थिति और खराब हो गई है। दुकान जर्जर हालत में हैं, कई दुकानों में ताला लग गया है। कई सारे अवैध निर्माण सड़क पर हो गए हैं। उनपर एचईसी प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिस कारण बाजार के अंदर ग्राहक कम आते हैं।

अवैध निर्माण वाले बिना एचईसी को रेंट भुगतान की कमाई कर रहे हैं। वहीं, जिन्होंने दुकान को लीज पर ले रखा है वे ग्राहकों की बाट जोहते रह जाते हैं। क्योंकि कई सामान सड़कों पर ही मिल जाते हैं। लीज वाले दुकानदारों का कहना है कि पहले अवैध दुकानों को हटाया जाए, जिससे पहले की भांति मुख्य मार्केट में रौनक लौट सके।

स्मार्ट मीटर लगने के बाद भी बिजली बिल नहीं आ रहा

सेक्टर-2 के दुकानदारों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने वाले दुकानदारों को लगभग दो साल से बिजली का बिल नहीं भेजा जा रहा है। कोई भी बिजली विभाग का कर्मी मीटर रिडिंग लेने नहीं आता है। अगर एक बार में दो साल का बिल दिया जाएगा तो दुकानदार बिल का भुगतान कैसे करेंगे। लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा। पहले की तहर हर महीने मीटर की रिडिंग लेकर बिल भेजने की बात कही।

सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे आवागमन में कठिनाई हो रही

सेक्टर-2 मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि मार्केट परिसर की सड़कों की स्थिति जर्जर है। सालों से मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है। साथ ही मार्केट की कनेक्टिंग सड़कों को भी बनवाने की आवश्यकता है। बारिश के दिनों में सड़क पर चलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़कों पर कई गड्ढें हो गए हैं, दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। सेक्टर 2 से पुराना विधानसभा जाने वाली सड़क पर भी गड्ढे हो गए हैं।

बेहतर जल निकासी प्रणाली में खराबी से परेशान हैं दुकानदार

ड्रेनेज की समस्या है। बेहतर जल निकासी प्रणाली में खराबी से पानी का उचित प्रवाह नहीं हो पा रहा है। मार्केट में सड़क किनारे जो नाली निर्माण हुआ है, उसे बड़े नाले से जोड़ा नहीं गया है। वहीं, कई जगह नाली है ही नहीं। मार्केट के पास बड़ा नाला है जो खुले में है, जिससे गंदगी का आलम रहता है। सफाई के अभाव में नाली भर गई है। बारिश के दौरान ज्यादा परेशानी हाती है। ड्रेनेज सिस्टम में सुधार की तत्काल जरूरत है।

छह साल बाद बढ़ी दर पर बिल भुगतान को भेजा गया

हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में दुकानदारों ने कहा कि वर्ष 2018 में अंतिम बार एचईसी ने रेंट जमा लिया था, उस समय अधिकांश लोगों ने अपना भाड़ा चुकता कर दिया था। लेकिन छह साल बाद एचईसी ने बढ़े हुए दर पर डीपीएस (समय पर बिल का भुगतान नहीं करने पर लगने वाला विलंब शुल्क) जोड़कर 50 हजार से लेकर 18 लाख तक का बिल भेजा है। उनका कहना है कि उन्हें बढ़े हुए भाड़े के बारे में जानकारी नहीं दी गई। बिल से तीन गुणा तो डीपीएस चार्ज है। एचईसी को पूर्व रेट पर बिना डीपीएस चार्ज लगाकर बिल भेजना चाहिए, ऐसा होने पर ही वे बिल का भुगतान कर सकेंगे। वहीं, कई लोगों को वाटर कनेक्शन का बिल भेजा गया है, जबकी आपूर्ति ही नहीं होती है।

समस्याएं

1. सेक्टर-2 मार्केट में पार्किंग की समस्या है। इस कारण से दुकानदारी भी प्रभावित होती है।

2. मांस-मटन बेचने वाले खुले में फेंक देते हैं वेस्टेज, जिससे आसपास का क्षेत्र प्रभावित।

3. नाली नहीं होने से बारिश में जलजमाव की स्थिति, खुले क्षेत्र में गंदगी का अंबार।

4. जर्जर सड़क के कारण परेशानी, सालों ने मरम्मत कार्य नहीं, कई स्ट्रीट लाइट भी खराब।

5. सालों बाद एचईसी ने दुकानदारों को रेंट भेजा, जिसमें डीपीएस भी जोड़ दिया गया।

सुझाव

1. दुकानदारी प्रभावित न हो इसके लिए सेक्टर-2 मार्केट में पार्किंग की समस्या जल्द दूर हो।

2. मांस-मटन बेचने वाले वेस्टेज को सही से डिस्पोज करें, गंदगी से निजात मिले।

3. नाली निर्माण पर निगम जल्द पहल करे, जिससे बारिश में जलजमाव से छुटकारा मिले।

4. जर्जर सड़क और खराब स्ट्रीट लाइट की मरम्मत व देखभाल की ओर जिम्मेदार ध्यान दें।

5. डीपीएस को हटाकर एचईसी पुराने रेट के अनुसार दोबारा बिल भेजे।

स्ट्रीट लाइट खराब

सेक्टर-2 मार्केट में स्ट्रीट लाइट की स्थिति खराब है। नगर निगम की ओर से खराब स्ट्रीट लाइट को ठीक करने के लिए पहल नहीं की जा रही है। इससे शाम में कई क्षेत्रों में अंधेरा पसर जाता है। वहीं, मार्केट परिसर में तार अपनी सामान्य स्थिति से नीचे लटक रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं। केबल वाले तार बिना सुनियोजित रूप से लगाए जाते हैं, इससे बड़े वाहनों को बाजार में परेशानी होती है।

:: बोले लोग ::

शहर में नो इंट्री लगने के कारण बाजार में कार्य प्रभावित होता है। कई बार सामान डिलीवर करवाने के बाद मालवाहक वाहन शहर में फंस जाते है। साथ ही मार्केट में जर्जर सड़क और पार्किंग की समस्या है। साथ ही अवैध निर्माण से कई दुकानदारों की बिक्री प्रभावित होती है। प्रशासन को बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान देने की जरूरत है।

-सत्यपाल गुप्ता

पांच साल के बकाया भाड़े को बढ़ी हुई राशि के साथ एचईसी ने दे दिया है। इसे दुकानदार मान्य नहीं करेंगे। एचईसी पूर्व तय राशि पर बीना डीपीएस जोड़कर बिल दे। साथ ही कई लोगों को वाटर कनेक्शन का भी बिल भेजा गया है, जबकी उन्हें एचईसी की ओर से पानी नहीं मिलता है। ऐसे मामलों का निबटारा करते हुए बिल भेजा जाए।

-हरेंद्र प्रसाद

मांस-मछली विक्रेता द्वारा खुले में अवशेष फेंकने से न केवल गंदगी फैलती है, बल्कि स्वास्थ्य खतरे भी बढ़ जाते हैं।

-सुनिल कुमार

सड़क किनारे अवैध रूप से बने दुकानों के कारण लीज वाले दुकानदार प्रभावित हुए हैं। अवैध निर्माण को एचईसी हटाए।

-अजय कुमार

मार्केट में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। कई सड़कें जर्जर स्थिति में हैं। दो साल से बिजली बिल नहीं आने भुगतान लंबित है।

-सुरेश कुमार गिरि

अवैध निर्माण के कारण लीज वाली दूकानों को काफी परेशानी होती है। बसंती मार्केट और न्यू मार्केट जैसे दूकान परिसर ठप पड़ गए हैं।

-रौशन कुमार

मार्केट की सड़कों की स्थिति दयनिय है। साथ ही यहां पर ड्रेनेज की भी सही व्यवस्था नहीं है। जिस कारण बारिश के दिनों में जलजमाव होती है।

-रूपेश कुमार

बढ़ा हुआ भाड़ा डीपीएस जोड़कर दिया गया है। बाजार में सुरक्षा की भी व्यवस्था नहीं हैं। आए दिन चोरी की घटनाएं होती रहती हैं।

-हिमांशु अग्रवाल

मार्केट में स्मार्ट मिटर तो लगा दिया गया, लेकिन बिजली बिल नहीं भेजा जा रहा है। पूर्व की तुलना में डेढ़ गुणा अधिक बिल उठ रहा है।

-सुमित चक्रवर्ती

मार्केट में सुरक्षा की कमी है। आए दिन चोरी की घटनाएं होती रहती हैं। बाजार परिसर की कई स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं।

-अंकित कुमार

ड्रेनेज सिस्टम खराब है। नाली निर्माण नहीं हुआ है। बारिश के दौरान स्थिति बदतर हो जाती है। लोग आने तक से कतराते हैं।

-सुरेश कुमार

एचईसी की ओर से पानी का बिल आता है, लेकिन उनकी ओर से पानी मिलती ही नहीं। सुरक्षा बढ़ाने की भी जरूरत है।

- हरिओमचंद्र उपाध्याय

सेक्टर-2 मार्केट में पार्किंग की समस्या है। इस कारण से दुकानदारी प्रभावित होती है। पानी निकासी की भी समस्या है।

-राजेश कुमार

मार्केट में पार्किंग की सुविधा नहीं है। सड़क पर ही वाहन लगाकर लोग खरिदारी करते हैं। इससे अन्य परेशान होते हैं।

-महेश कुमार

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