भूलकर भी इन 5 समय ना नहाएं, पड़ सकते हैं लेने के देने!
आयुर्वेद के अनुसार नहाने के भी कुछ नियम हैं। कुछ स्थितियों में तो नहाना अवॉइड ही करना चाहिए, वरना सेहत को फायदे की जगह काफी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।

नहाना हमारे डेली रूटीन का बड़ा अहम हिस्सा है। खासतौर से गर्मी के मौसम में जबतक दो-तीन बार नहा ना लिया जाए, तबतक चैन ही नहीं पड़ता। नहाते ही सारी थकान जैसे उतर जाती है और मूड एकदम फ्रेश सा हो जाता है। इतना ही नहीं, मॉडर्न साइंस से ले कर आयुर्वेद तक में नहाने के कई हेल्थ बेनिफिट्स भी बताए गए हैं। हालांकि इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि नहाने के फायदे तभी हैं जब इसकी टाइमिंग सही हो। आयुर्वेद के मुताबिक दिन के कुछ समय ऐसे होते हैं, जब तो भूलकर भी नहीं नहाना चाहिए। इसके फायदे ही जगह सेहत को उल्टा कई नुकसान भी हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार कब नहाने से बचना चाहिए।
खाना खाने से तुरंत बाद नहाने से बचें
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो लंच या डिनर करने के बाद नहाने चले जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार ये आदत शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होती है। दरअसल खाने को पचाने के लिए पेट में अग्नि की जरूरत होती है। अब जब आप खाने के तुरंत बाद नहा लेते हैं, तो इससे पेट की अग्नि बाहर की ओर आ जाती हैं, क्योंकि उसे आपके बॉडी के तापमान को मेंटेन करना होता है। इस स्थिति में खाना अच्छी तरह नहीं पच पाता, जिससे पेट संबंधी परेशानियां और कई हेल्थ इश्यूज घेर सकते हैं।
बाहर से तुरंत आने के बाद ना नहाएं
गर्मियों में चिलचिलाती धूप और पसीने में तर हो कर जब हम बाहर से आते हैं, तो अक्सर मन होता है कि जा कर ठंडे-ठंडे पानी में नहा ही लें। लेकिन ऐसा करना भी सेहत की बैंड बजा सकता है। दरअसल जब हम बाहर से आते हैं तो हमारी बॉडी का तापमान काफी ज्यादा होता है लेकिन जब आप तुरंत नहा लेते हैं, तो इससे बॉडी का टेंपरेचर कम हो जाता है। इस तरह जल्दी-जल्दी दो अलग-अलग तापमान महसूस होने पर आपकी तबियत खराब हो सकती है और बुखार या सर्दी के लक्षण नजर आ सकते हैं।
सोने से ठीक पहले नहाना करें अवॉइड
रात को सोने से ठीक पहले भी नहाना अवॉइड करना चाहिए। दरअसल सोने से पहले बाथ लेने पर बॉडी का टेंपरेचर गिर सकता है, जिस वजह से रात में आपकी तबियत भी बिगड़ सकती है। इसलिए बेहतर है कि नहाने और सोने के बीच कम से कम दो से तीन घंटे का गैप रखें। साथ ही कोशिश करें कि रात में ज्यादा ठंडे पानी से नहाना अवॉइड ही करें।
बुखार में नहाने से करें परहेज
यूं तो ज्यादातर लोग बुखार होने पर नहाना अवॉइड ही करते हैं लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि नहाने से उन्हें बेहतर महसूस होगा। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं और बुखार आने पर नहा लेते हैं, तो अपनी इस आदत को बदल दें। दरअसल आयुर्वेद के अनुसार बुखार शरीर में अग्नि के बिगड़ने पर होता है। ऐसे में जब आप स्नान कर लेते हैं तो ये अग्नि को और बिगाड़ सकता है, जो आपकी तबियत को और खराब कर सकता है।
इन हेल्थ कंडीशन में भी ना नहाएं
आयुर्वेद के अनुसार कुछ हेल्थ कंडीशंस में भी नहाने से परहेज करना चाहिए। अगर आपका ब्लड प्रेशर लो है, तो उस स्थिति में तुरंत ना नहाएं। इससे ब्लड के सर्कुलेशन पर प्रभाव पड़ता है, जिससे समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है। इसके अलावा कब्ज और अपच की समस्या होने पर भी नहाना अवॉइड करना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक पाचन संबंधी परेशानियां मंदाग्नि के कारण होती हैं। ऐसे में जब आप स्नान कर लेते हैं, तो परेशानी और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
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