Uddhav Thackeray Lashes out at Abu Azmi over Aurangzeb Controversy Suspend him Forever हमेशा के लिए करो सस्पेंड; औरंगजेब विवाद पर अबू आजमी पर भड़के उद्धव ठाकरे, Maharashtra Hindi News - Hindustan
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हमेशा के लिए करो सस्पेंड; औरंगजेब विवाद पर अबू आजमी पर भड़के उद्धव ठाकरे

  • उद्धव ठाकरे ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें हमेशा के लिए सस्पेंड किया जाना चाहिए। यह सिर्फ बजट सत्र के लिए नहीं होना चाहिए, निलंबन स्थायी होना चाहिए।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 5 March 2025 08:18 PM
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हमेशा के लिए करो सस्पेंड; औरंगजेब विवाद पर अबू आजमी पर भड़के उद्धव ठाकरे

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र विधायक अबू आजमी को बजट सत्र से निलंबित किए जाने का समर्थन करते हुए कहा कि निलंबन स्थायी होना चाहिए। ठाकरे ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "उन्हें हमेशा के लिए सस्पेंड किया जाना चाहिए। यह सिर्फ बजट सत्र के लिए नहीं होना चाहिए, निलंबन स्थायी होना चाहिए।" शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने अबू आजमी के निलंबन पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के 'एक्स' पोस्ट पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अगर निलंबन का आधार विचारधारा से प्रभावित होने लगे, तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और गुलामी में कोई अंतर नहीं रह जाएगा।

मुगल बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली टिप्पणी को लेकर आजमी को बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा से बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। यादव ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा। हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेख़ौफ़ दानिशमंदी (बुद्धिमत्ता) बेमिसाल है।'' संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सदन में कहा कि आजमी के आपत्तिजनक बयान से सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है, जिसके चलते इस सत्र के लिए उनकी सदस्यता निलंबित करने का प्रस्ताव लाया गया।

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आजमी ने कथित तौर पर कहा था कि औरंगजेब 'क्रूर प्रशासक' नहीं था और उसने कई मंदिर बनवाए। उन्होंने कहा कि मुगल बादशाह और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच लड़ाई राज्य प्रशासन के लिए थी, न कि हिंदू और मुस्लिम के लिए। मंगलवार को अबू आजमी ने कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और अगर भावनाएं आहत हुई हैं तो वह अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने के लिए तैयार हैं। आजमी ने कहा, "मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने औरंगजेब रहमतुल्लाह अली के बारे में दावा किया है।"