अब्दाली के लिए अग्नि-1 ही काफी, अग्नि-5 तो पाकिस्तान की निकाल देगी हवा; किसमें कितना दम
पाकिस्तान के स्पेस एंड अपर एडमॉस्फेयर रिसर्च कमीशन (एसयूपीएआरसीओ) द्वारा विकसित अब्दाली (हत्फ-2 के नाम से भी जानी जाती है) एक सामरिक मिसाइल है।

India-Pakistan Tension: पाकिस्तान ने हाल ही में दावा किया है कि उसने अब्दाली मिसाइल का परीक्षण किया है। यह एक छोटी दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। सुरक्षा विशेषज्ञों की मानें तो भारत के पास मिसाइलों की क्षमता पाकिस्तान से कहीं अधिक है। अगर अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल को जवाब देने की बात आएगी तो भारत की अग्नि-1 ही काफी है। अग्नि मिसाइल विशेष रूप से परमाणु हमले के लिए डिजाइन की गई है।
पाकिस्तान के स्पेस एंड अपर एडमॉस्फेयर रिसर्च कमीशन (एसयूपीएआरसीओ) द्वारा विकसित अब्दाली (हत्फ-2 के नाम से भी जानी जाती है) एक सामरिक मिसाइल है। दावा है कि यह सतह से सतह पर मार कर सकता है। विस्फोटक पेलोड ले जाने में सक्षम है। इसकी सटीकता सर्कुलर एरर प्रोबेबल (सीईपी) 150 मीटर तक है। यानि यह मिसाइल लक्ष्य भेदने में सटीक है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब्दाली मिसाइल का पहला सार्वजनिक परीक्षण 2002 में किया गया था, इसके बाद कई परीक्षण किए गए हैं।
भारत की मिसाइलों की रेंज
भारत के पास कई घातक मिसाइलें हैं, जो पाकिस्तान की तुलना में कहीं अधिक मारक है। अग्नि-1 की रेंज 700 किमी है। वहीं, अग्नि-2 2000, अग्नि-3 3000, अग्नि-4 4000, अग्नि-5 5000 किमी की रेंज वाले मिसाइलें हैं। भारत की आईसीबीएम (इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) अग्नि-5 पाकिस्तान के अंदर के इलाकों को भी निशाना बना सकती है। पाकिस्तान के पास फिलहाल ये क्षमता नहीं है।
पाकिस्तानी मिसाइलों की रेंज
पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास अधिकत 2000 किमी की रेंज वाले हथियार हैं। गजनवी की रेंज 300 किमी है। वहां, शाहीन-1 की रेंज 400 किमी, एनएसआर मात्र 60-70 किमी तक मार सकता है। शाहीन-2 की रेंज जरूर 1500-2000 किमी है।
परमाणु क्षमताओं से लैस
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास अग्नि श्रेणी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। ये परमाणु और पारंपरिक दोनों क्षमताओं से लैस हैं। पाकिस्तान की शाहीन 3 मिसाइल की संभावित रेंज लगभग 2750 किलोमीटर है। यह अभी विकास के चरण में है। इसके अलावा ग्राउंड बेस्ड बैलिस्टिक मिसाइल भारत के पास पांच है जबकि पाकिस्तान के पास 4 है।
वायु रक्षा प्रणाली खरीदेगी सरकार
सरकार ने अगली पीढ़ी की बहुत कम दूरी वाली वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस-एनजी) की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है। रक्षा मंत्रालय ने इसकी खरीद के लिए निविदा जारी कर दी है। मंत्रालय 48 लॉन्चर, 48 नाइट-विजन साइट, 85 मिसाइलें और एक मिसाइल टेस्ट स्टेशन प्रणाली को खरीदना चाहता है।