200 फीट पर था एयर इंडिया का विमान, तभी रद्द करनी पड़ी लैंडिंग; बाल-बाल बची 180 यात्रियों की जान
विमान 200 फीट की कम ऊंचाई पर था, जब जमीन पर हवा की स्थिति अचानक बदल गई, जिससे सुरक्षित लैंडिंग संभव नहीं थी। पायलट ने सही समय पर गो-अराउंड का फैसला लिया।

चेन्नई हवाई अड्डे पर बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। सिंगापुर से आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट AI-347 ने लैंडिंग के ठीक पहले 200 फीट की ऊंचाई पर अपनी लैंडिंग रद्द कर दी। विमान में करीब 180 यात्री सवार थे और यह सुबह 10:15 बजे लैंड करने वाला था, लेकिन "अनस्टेबल एप्रोच" और तेज क्रॉसविंड्स के कारण पायलटों को महज 200 फीट की ऊंचाई पर 'गो-अराउंड' का फैसला लेना पड़ा। विमान को बाद में हवा में चक्कर लगवाकर दूसरी बार सुरक्षित रूप से उतारा गया, जिससे उड़ान में लगभग 30 मिनट की देरी हुई।
एयरपोर्ट अधिकारियों ने दी जानकारी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विमान की लैंडिंग के दौरान उसे संतुलित और नियंत्रित ढंग से रनवे की ओर लाना जरूरी होता है, लेकिन इस मामले में विमान की गति अधिक थी, एलाइनमेंट गड़बड़ था और अचानक हवा की दिशा बदल गई।
एक अधिकारी ने कहा, “विमान 200 फीट की कम ऊंचाई पर था, जब जमीन पर हवा की स्थिति अचानक बदल गई, जिससे सुरक्षित लैंडिंग संभव नहीं थी। सुरक्षित लैंडिंग के लिए नियंत्रित डिसेंट रेट, सही स्पीड और रनवे के साथ सटीक एलाइनमेंट आवश्यक होता है। लेकिन इस उड़ान में लैंडिंग से ठीक पहले तेज हवाएं और खतरनाक एंगल से विमान का झुकाव देखा गया, जिससे पायलटों ने बुद्धिमानी से 'गो-अराउंड' का निर्णय लिया।”
चेन्नई एयरपोर्ट पर पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
इस घटना ने चेन्नई हवाई अड्डे पर हाल के समय में बढ़ रही लैंडिंग से जुड़ी घटनाओं को लेकर चिंता को एक बार फिर से बढ़ा दिया है। अक्टूबर 2024 में जयपुर से आ रही एक इंडिगो फ्लाइट को भी इसी तरह 'टच एंड गो' करना पड़ा था। वहीं मार्च 2025 में मुंबई से आ रही एक फ्लाइट की लैंडिंग के दौरान टेल डैमेज हो गया था।
यात्रियों ने ली राहत की सांस
घटना के बाद विमान में सवार यात्रियों ने सोशल मीडिया और एयरलाइन कर्मियों को धन्यवाद दिया कि समय रहते सावधानी बरती गई और सभी की जान बच गई। एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से अब तक इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पायलटों की सूझबूझ और प्रशिक्षण ने एक संभावित दुर्घटना को टाल दिया।