'उनके परिवार का सदस्य पाकिस्तान में करता है फंडिंग', प्रोफेसर अली खान पर महिला आयोग का दावा
अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को 18 मई को हरियाणा पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी का कारण 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सोशल मीडिया पोस्ट में की गई टिप्पणियां थीं।

अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी पर महिला आयोग ने नए दावे किए हैं। हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा ने इनके परिवार के एक सदस्य पाकिस्तान की किसी पार्टी को फंडिंग करते हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में भाटिया ने कहा, 'इंस्टाग्राम स्टोरी पर उन्होंने (प्रोफेसर खान) जो पोस्ट किया, उसका मायने निकालकर देखिए। क्या अंग्रेजी में लिखे हुए का हिंदी में मतलब बदल जाता है? क्या एक महिला का अपमान हिंदी में बोलने से अलग और इंग्लिश में बोलने से अलग हो जाता है? अगर किसी बेटी का अपमान हुआ है तो मैं ऐक्शन लूंगी। देश की बेटी का अपमान सहन नहीं किया जा सकता। मैं अपना दायित्व पूरी तरह से समझती हूं।'
रेणु भाटिया ने कहा कि बॉर्डर से चंद किलोमीटर दूर बैठा यह व्यक्ति (प्रोफेसर खान) फ्रेम करने में लगा है। वो भी ऐसे समय जब ऑपरेशन सिंदूर चल रहा हो। हम सब यह देखने के लिए उत्सुक रहते हैं कि शाम को कब विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी आएंगी और ये बताएंगी कि युद्ध में क्या हुआ। आप इन बेटियों के लिए ऐसा बोल रहे हैं। आप उनकी सारी पोस्ट देखिए तो पता चलेगा कि वह किस तरह के व्यक्ति हैं। वह पहले भी ऐसी बातें कर चुके हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने पढ़ा कि इनके परिवार के एक सदस्य पाकिस्तान की किसी पार्टी को फंडिंग भी करते हैं। इससे इनकी सोच का पता चलता है। एक तरफ ऑपरेशन सिंदूर, एक तरफ फंडिंग और एक तरफ देश की बेटी के लिए ऐसा बोलना। इन सबको मिलाकर देखिए तो पता चलेगा।'
यूनिवर्सिटी में चेकिंग को लेकर प्रदर्शन पर सवाल
हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष ने प्रोफेसर महमूदाबाद की ओर इशारा करते हुए कहा कि राजा बाबू आप अपने घर पर होंगे। हम नहीं मानते। किसी भी पार्टी के व्यक्ति या पुरुष को किसी महिला के बारे में हल्का बोलने की छूट नहीं है। जो भी कार्रवाई होगी, वो की जाएगी। मैंने अपने हरियाणा में यह किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैंने न्यूज में पढ़ा कि अशोका यूनिवर्सिटी में एक बार प्रोटेस्ट हुआ था और यह सिक्योरिटी को लेकर था। मैंने वाइस चांसलर और दूसरों से इस बारे पूछा तो पता चला कि उसमें भी अली खान शामिल थे। आखिर बच्चों ने चेकिंग के लिए प्रोटेस्ट क्यों किया? यूनिवर्सिटी में ऐसा क्या आता-जाता है कि बच्चे चेकिंग रोकना चाहते हैं? अगर ऐसा कुछ नहीं तो चेकिंग के खिलाफ प्रदर्शन क्यों किया गया? इसका जवाब दिया जाना चाहिए।'