Indian Navy and DRDO conduct successful trial of Multi Influence Ground Mine MIGM समंदर में पानी भी न मांग पाएंगे दुश्मन, नौसेना ने MIGM मिसाइल का किया सफल परीक्षण; खूबियां क्या?, India Hindi News - Hindustan
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समंदर में पानी भी न मांग पाएंगे दुश्मन, नौसेना ने MIGM मिसाइल का किया सफल परीक्षण; खूबियां क्या?

पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच भारतीय नौसेना और DRDO ने MIGM मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल समुद्र की गहराइयों में युद्ध लड़ने में भारत की शक्तियों में और इजाफा करेगी।

Jagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तानMon, 5 May 2025 08:43 PM
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समंदर में पानी भी न मांग पाएंगे दुश्मन, नौसेना ने MIGM मिसाइल का किया सफल परीक्षण; खूबियां क्या?

पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच भारत सभी मोर्चों पर कमर कस रहा है। सोमवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, DRDO और भारतीय नौसेना ने शक्तिशाली मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह प्रणाली भारतीय नौसेना की अंडरवाटर वारफेयर क्षमताओं को कई गुना तक बढ़ा सकती है। इस मिसाइल को DRDO द्वारा तैयार किया गया है और इसकी कई खूबियों की वजह से यह जासूसी जहाजों के लिए कहर बन सकती है।

नौसेना की बड़ी उपलब्धि

MIGM को नौसेना की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। जानकारों के मुताबिक इसे किसी भी तरह के प्लेटफॉर्म पर आसानी से तैनात किया जा सकता है। इसे जहाज, पनडुब्बियां और अंडरसी ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म पर भी तैनात किया जा सकता है। नौसेना को यह कामयाबी ऐसे समय में मिली है जब पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते तनावपूर्ण स्थिति में पहुंच गए हैं। भारत की ओर से एक के बाद कई कारवाई होने के बाद पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। बीते दिनों पाकिस्तान के मंत्री ने खुफिया सूत्रों का हवाला देते हुए यह भी कहा था कि भारत जल्द ही पाकिस्तान पर बड़ा सैन्य हमला कर सकता है।

मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन क्या है?

MIGM एक नौसैनिक माइन है जिसे DRDO ने आधुनिक स्टील्थ जहाजों के बढ़ते खतरे का मुकाबला करने के लिए विकसित किया है। इसे भारतीय नौसेना की टैक्टिकल क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। MIGM समुद्री जहाजों द्वारा उत्पन्न आवाजों, चुंबकीय और अन्य दवाबों का आसानी से पता लगा सकता है। बता दें कि स्टील्थ जहाज दूसरे देशों के जहाज को ट्रैक करने और लक्षित करने के लिए इस तरह के संकेतों का प्रयोग करते हैं। वहीं MIGM भारतीय नौसेना को इस खतरे से निपटने में सक्षम बनाएगी।

कैसे काम करते हैं MIGM मिसाइल?

बता दें कि माइन में कई सेंसर हैं जो इन स्टील्थ जहाजों द्वारा भेजे गए संकेतों को पकड़ने के लिए एक साथ काम करते हैं। DRDO के मुताबिक सिस्टम को एक इलेक्ट्रॉनिक्स सेटअप से लैस किया गया है। इस तकनीक के जरिए माइन न सिर्फ डेटा को रिकॉर्ड करने और उसका विश्लेषण करने में सक्षम है, बल्कि यह सटीक कमांड जेनरेट करने के लिए रियल टाइम में उस डेटा को प्रोसेस करने में भी सक्षम है। इस कमांड के जरिए पानी में दुश्मन के जहाजों की आवाजाही और मौजूदगी पर प्रभावी रूप से नजर रखा जा सकता है।