पहले पत्नी-बेटे को मारी गोली, फिर खुद को भी उड़ा लिया; US में कर्नाटक के CEO का खूनी खेल
घर के अंदर प्रवेश करने पर तीन शव बरामद हुए। मेडिकल एक्जामिनर ने श्वेता और उनके बेटे ध्रुव की मौत को हत्या और हर्षवर्धन की मौत को आत्महत्या करार दिया है।

अमेरिकी राज्य वाशिंगटन के न्यूकैसल से आई एक दिल दहला देने वाली घटना ने भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। मैसूर के मशहूर टेक उद्यमी और होलोवर्ल्ड (HoloWorld) के सीईओ हर्षवर्धन किक्केरी ने अपनी पत्नी श्वेता पन्याम और 14 वर्षीय बेटे ध्रुव किक्केरी की गोली मारकर हत्या कर दी, फिर खुद को भी गोली से उड़ा लिया। यह घटना 24 अप्रैल को उनके न्यूकैसल स्थित टाउनहाउस में हुई। इस दुखद घटना में उनका छोटा बेटा सुरक्षित बच गया क्योंकि वह उस समय घर से बाहर था।
क्या है पूरा मामला
किंग काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार, 24 अप्रैल की रात को पुलिस को 911 पर इरजेंसी कॉल आई, जिसके बाद वे 129वें प्लेस साउथईस्ट स्थित किक्केरी के टाउनहाउस पहुंचे। वहां पुलिस को खिड़की पर खून के धब्बे और सड़क पर एक गोली का खोखा मिला। घर के अंदर प्रवेश करने पर तीन शव बरामद हुए। मेडिकल एक्जामिनर ने श्वेता और उनके बेटे ध्रुव की मौत को हत्या और हर्षवर्धन की मौत को आत्महत्या करार दिया है।
पुलिस प्रवक्ता ब्रैंडिन हल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इसे हत्या-आत्महत्या का मामला माना जा रहा है। हालांकि, इस जघन्य अपराध के पीछे का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पड़ोसियों के अनुसार, किक्केरी परिवार अपने आप में रहने वाला और शांत स्वभाव का था।
हर्षवर्धन किक्केरी: एक प्रतिभाशाली उद्यमी
57 वर्षीय हर्षवर्धन किक्केरी कर्नाटक के मांड्या जिले के केआर पेट तालुक के किक्केरी गांव के मूल निवासी थे। उन्होंने मैसूर के श्री जयचामराजेंद्र कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और बाद में अमेरिका में सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री हासिल की।
उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में कई वर्षों तक रोबोटिक्स के क्षेत्र में काम किया और 44 अंतरराष्ट्रीय पेटेंट अपने नाम किए। उन्हें माइक्रोसॉफ्ट से गोल्ड स्टार, इन्फोसिस से एक्सीलेंस अवार्ड, भारत पेट्रोलियम स्कॉलरशिप और कई शतरंज चैंपियनशिप में जीत जैसे सम्मान प्राप्त थे।
2017 में, हर्षवर्धन अपनी पत्नी श्वेता के साथ भारत लौटे और मैसूर में होलोवर्ल्ड की स्थापना की, जो एक रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित स्टार्टअप थी। श्वेता इस कंपनी की सह-संस्थापक और चेयरपर्सन थीं। कंपनी ने अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल जैसे देशों में अपने उत्पादों का निर्यात किया और इसकी ब्रांड एंबेसडर के रूप में पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को नियुक्त किया गया था। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के चलते होलोवर्ल्ड को 2022 में बंद करना पड़ा, जिसके बाद हर्षवर्धन अपने परिवार के साथ अमेरिका वापस चले गए।
हर्षवर्धन के पिता किक्केरी नारायण एक प्रसिद्ध भाषाविद् और प्रगतिशील कार्यकर्ता थे। उनके बड़े भाई चेतन हाल ही में अमेरिका से मैसूर लौटे थे। इस घटना ने न केवल किक्केरी परिवार, बल्कि मैसूर और भारतीय-अमेरिकी समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। हर्षवर्धन ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर राष्ट्रीय सीमा सुरक्षा के लिए रोबोटिक्स के उपयोग पर चर्चा की थी।
जांच और सवाल
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस त्रासदी के पीछे क्या कारण थे। क्या यह आर्थिक तनाव, पारिवारिक विवाद या मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा मामला था? ये सवाल जांच के केंद्र में हैं। इस घटना ने भारतीय टेक समुदाय और मैसूर में शोक की लहर दौड़ा दी है।