जयपुर में कोरोना मरीजों के इलाज में Robot का इस्तेमाल, खाना से दवा तक देती है सोना 2.5 रोबोट
कोरोना के चलते इस वक्त देशभर में लॉकडाउन है। तमाम कोशिशों के बावजूद रोज कोरोना पॉजिटिव के कई नए मामले सामने आ रहे हैं। अभी तक इस महामारी की कोई वैक्सीन न होने के चलते सबसे बड़ी दिक्कत है...

कोरोना के चलते इस वक्त देशभर में लॉकडाउन है। तमाम कोशिशों के बावजूद रोज कोरोना पॉजिटिव के कई नए मामले सामने आ रहे हैं। अभी तक इस महामारी की कोई वैक्सीन न होने के चलते सबसे बड़ी दिक्कत है ऐसे कोरोना मरीजों का उपचार, क्योंकि अगर डॉक्टर भी उसके संपर्क में आया तो उसे भी इससे संक्रमित होने का खतरा बना रहता है।
इस बीच, जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आसोलेशन वॉर्ड में बखूबी देखभाल कर रही है ‘सोना’। ऐसे मरीजों को दवाईयां देने से खाना लाने तक, पानी से स्नैक्स तक और इतना ही नहीं परेशान घड़ी में उन लोगों के चेहरे पर हंसी लाने का काम यह ‘सोना’ कर रहाी है।
दरअसल, सोना 2.5 एक रॉबोट है जिसका अस्पताल की तरफ से कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए ट्रायल बेसिस पर इस्तेमाल किया जा रहा है। एसएमएस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर सुधीर ने कहा, “वायरस के रोकने का मुख्य मकसद है लोगों को इसके संपर्क में आने से रोकना। इस रोबोट के जरिए हम लक्ष्य को हासिल कर पा रहे हैं।”
उन्होंने बताया का पहले दिनभर में नर्सिंग स्टाफ की 10 या उससे ज्यादा बार मरीजों की विजिट्स होती थी। लेकिन, अब 5 फीट लंबा सोना हमेशा उन सभी की देखभाल के लिए तैयार रहती है। सुधीर ने बताया कि पहले दिनभर में नर्सिंग स्टाफ की 10 या उससे ज्यादा बार मरीजों की विजिट्स होती थी। लेकिन, अब 5 फीट लंबा सोना हमेशा उन सभी की देखभाल के लिए तैयार रहती है।
वर्तमान में अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में 9 कोरोना के मरीज भर्ती हैं। उन्होंने बताया, अगर किसी मरीज को खाना से लेकर दवाईंया तक की जरूरत पड़ती है तो वे नर्स स्टेशन फोन करते हैं, जहां से हम सोना के के जरिए वो चीज उन तक भेज देते हैं।