7 Bangladeshis held in Delhi who intended to use India as transit route to reach Europe through dunki route दिल्ली में फिर धराए अवैध रूप से रह रहे 7 बांग्लादेशी नागरिक, बताया 'डंकी रूट' के जरिए जाना चाहते थे कहां, Ncr Hindi News - Hindustan
Hindi Newsएनसीआर न्यूज़7 Bangladeshis held in Delhi who intended to use India as transit route to reach Europe through dunki route

दिल्ली में फिर धराए अवैध रूप से रह रहे 7 बांग्लादेशी नागरिक, बताया 'डंकी रूट' के जरिए जाना चाहते थे कहां

  • पुलिस ने बताया, ‘पूछताछ के दौरान सातों लोग भारत में रहने के लिए जरूरी वैध दस्तावेज दिखाने में विफल रहे और वेरिफिकेशन पर पता चला कि उनके परमिट की अवधि खत्म हो चुकी थी। जिसके बाद FRRO ने उनके निर्वासन की कार्यवाही शुरू कर दी।’

Sourabh Jain भाषा, नई दिल्लीFri, 11 April 2025 05:36 PM
share Share
Follow Us on
दिल्ली में फिर धराए अवैध रूप से रह रहे 7 बांग्लादेशी नागरिक, बताया 'डंकी रूट' के जरिए जाना चाहते थे कहां

दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इस बारे में शुक्रवार को जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी 'डंकी रूट' के माध्यम से भारत होकर यूरोप जाने की फिराक में थे।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान सोहाग (40), मोहम्मद शाएद उल्ला कव्हर भुइयां (46), मोहम्मद साजिब हसन (28), लिटन मोलिक (37), मोहम्मद मिज़ानपुर रहमान (33), मोहम्मद जकारिया (37) और विश्वजीत चंद्र बर्मन (42) के रूप में हुई है, जो सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं।

इस बारे में बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सचिन शर्मा ने कहा, ‘बांग्लादेश में दूतावासों की कमी के कारण यूरोपीय देशों के लिए वीजा हासिल करने में कठिनाइयों का हवाला देकर कई बांग्लादेशी नागरिक भारत में प्रवेश करते हैं।’ आगे उन्होंने कहा, ‘वहां बेहतर आजीविका के अवसरों और आर्थिक स्थिरता की तलाश में ये लोग अनियमित प्रवास मार्गों जिन्हें हम 'डंकी रूट' के रूप में जानते हैं, उस माध्यम से यूरोपीय देशों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं और ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही है।’

पुलिस ने पीरागढ़ी कैंप क्षेत्र में मुख्य रोहतक रोड पर काली माता मंदिर के पास अभियान चलाया जहां आरोपी कथित तौर पर अनधिकृत तरीके से रहने की कोशिश कर रहे थे।

डीसीपी ने आगे कहा, ‘पूछताछ के दौरान सभी सातों लोग भारत में रहने के लिए जरूरी वैध दस्तावेज दिखाने में विफल रहे और सत्यापन पर पता चला कि उनके परमिट की अवधि समाप्त हो चुकी थी। विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) ने निर्वासन की कार्यवाही शुरू कर दी है।’

उन्होंने बताया कि इससे पहले इसी तरह के वेरिफिकेशन अभियान के दौरान सुल्तान पुरी में एक अन्य बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद अफजल को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस को पीरागढ़ी में इन लोगों के बारे में पता चला। अधिकारी ने बताया कि पुलिस की विदेशी सेल ने इस साल लगभग 1,500 व्यक्तियों की जांच की है और इससे पहले बाहरी दिल्ली में इसी प्रकार के उल्लंघन के लिए चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।