AAP के विधायक और पार्षद खुश नहीं, मेयर चुनाव से दूरी पर बोलीं CM रेखा गुप्ता
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी से लोगों का विश्वास पूरी तरह खत्म हो गया है। गुप्ता ने दावा किया कि आप विधायक और पार्षद सत्ता में रहते हुए जनविरोधी नीतियां अपनाने के कारण अपनी पार्टी के नेतृत्व से नाखुश हैं।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी से लोगों का विश्वास पूरी तरह खत्म हो गया है। गुप्ता ने दावा किया कि आप विधायक और पार्षद सत्ता में रहते हुए जनविरोधी नीतियां अपनाने के कारण अपनी पार्टी के नेतृत्व से नाखुश हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी का राजनीतिक आधार बदल गया है और लोगों का उसमें विश्वास पूरी तरह खत्म हो गया है। सीएम गुप्ता ने यह बात अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी द्वारा आगामी मेयर चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने के फैसले के बाद कही।
आप ने पहले घोषणा की थी कि वह दिल्ली नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए 25 अप्रैल को होने वाले चुनाव नहीं लड़ेगी। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा पर आप पार्षदों को अपने पाले में करने का आरोप लगाया था।
वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दावा किया कि आप विधायक और पार्षद सत्ता में रहते हुए जनविरोधी नीतियां अपनाने के कारण अपनी पार्टी के नेतृत्व से नाखुश हैं। गुप्ता ने पत्रकारों से कहा कि दिल्ली में आप का राजनीतिक आधार बदल गया है और लोगों का पार्टी पर से भरोसा उठ गया है। यह अच्छी बात है कि उन्हें एहसास हो गया है कि दिल्ली में स्थिति बदल गई है।
भाजपा ने अपने वरिष्ठ पार्षद राजा इकबाल सिंह को मेयर और जय भगवान यादव को डिप्टी मेयर पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। 2022 के एमसीडी चुनावों में आप ने 250 वार्डों में से 134 पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा ने 104 पर जीत हासिल की। हालांकि, बाद में आप के कई पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वर्तमान में पार्टी के पास 117 पार्षद हैं। इसके अलावा, पार्टी के 11 मनोनीत विधायक और 7 लोकसभा सांसद भी मेयर चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं।
उन्होंने दावा किया कि आप नेताओं को पता है कि उनके नेतृत्व से नाखुश कई अन्य पार्षद पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की फिराक में हैं। चुनाव से दूर रहने का फैसला आप की अपने पार्षदों के सामूहिक पलायन को रोकने की रणनीति है।
उन्होंने कहा कि समीकरण पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में है। यह चुनाव जीतकर ट्रिपल इंजन शासन के साथ दिल्ली के विकास को आगे ले जाने जा रही है। इससे पहले दिन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने एमसीडी चुनावों के दौरान खूब धांधली की, लेकिन फिर भी वह बुरी तरह हार गई। इसके बाद भी यह सिलसिला नहीं रुका और सभी पार्षदों को अपने पाले में कर लिया।