मंजीत महल गैंग का गुर्गा हथियारों के साथ गिरफ्तार, दिल्ली के द्वारका और नजफगढ़ में होना था गैंगवार
दिल्ली पुलिस ने मंजीत महल गैंग के एक गुर्गे को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक 9 एमएम बेरेटा पिस्तौल, एक देसी पिस्तौल, 13 गोलियां और तीन खाली कारतूस के साथ पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि इससे द्वारका और नजफगढ़ में होने वाला संभावित गैंगवार टल गया है।

दिल्ली पुलिस ने मंजीत महल गैंग के एक गुर्गे को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक 9 एमएम बेरेटा पिस्तौल, एक देसी पिस्तौल, 13 गोलियां और तीन खाली कारतूस के साथ पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि इससे द्वारका और नजफगढ़ में होने वाला संभावित गैंगवार टल गया है।
दिल्ली पुलिस ने मंजीत महल गिरोह के एक सदस्य को हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया है। हथियारों में एक आयातित 9 एमएम बेरेटा पिस्तौल भी शामिल है। पुलिस ने दावा किया है कि इस गिरफ्तारी से द्वारका और नजफगढ़ इलाकों में संभावित गैंगवार टल गया है। दरियापुर खुर्द गांव निवासी दिनेश उर्फ मोगली को शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, 32 साल के दिनेश का आपराधिक इतिहास काफी भयावह है। वह 2015 में प्रतिद्वंद्वी नवीन खाती गिरोह के चार सदस्यों की हत्या में शामिल था। अपने एक साथी रविंदर के साथ मिलकर दिनेश ने चार लोगों की हत्या की थी और बाद में शवों को हरियाणा के बहादुरगढ़ के पास जंगल में जला दिया था। उसे गिरफ्तार किया गया था, लेकिन सात साल जेल में बिताने के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
शनिवार को दिनेश को एक 9 एमएम बेरेटा पिस्तौल, एक देसी पिस्तौल, 13 गोलियां और तीन खाली कारतूस के साथ पकड़ा गया। पुलिस का मानना है कि इन हथियारों का इस्तेमाल गिरोह के प्रभाव को बढ़ाने के लिए किसी हाई-प्रोफाइल हिंसक वारदात में किया जाना था।
पुलिस ने खुलासा किया कि जेल में रहने के दौरान दिनेश ने हरियाणा के राजेश सरकारी गिरोह सहित अन्य आपराधिक संगठनों के साथ गहरे संबंध बना लिए थे। वह मंजीत महल नेटवर्क में भी शामिल हो गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपनी रिहाई के बाद वह पश्चिमी दिल्ली में अपने गिरोह का दबदबा बनाने के लिए एक और हिंसक घटना को अंजाम देने के निर्देश का इंतजार कर रहा था।