आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आज होगी मॉक ड्रिल
फरीदाबाद में कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के चलते बुधवार को मॉकड्रिल की जाएगी। इसका उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिक सुरक्षा तंत्र की तत्परता का परीक्षण...
फरीदाबाद। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को लेकर बुधवार को जिले में मॉकड्रिल की जाएगी। इस दौरान आपातकालीन स्थिति में लोगों की सुरक्षा के बंदोबस्त को परखा जाएगा। लोगों को भी युद्ध के दौरान परिवार और अन्य लोगों की सुरक्षा करने के टिप्स दिए जाएंगे। जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने मंगलवार शाम जिले के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें सभी को शाम चार बजे होने वाली मॉकड्रिल की तैयारी करने के आदेश दिए। बैठक में सीईओ जिला परिषद् सतबीर मान, एसडीएम बड़खल त्रिलोक चंद, एसडीएम फरीदाबाद शिखा, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, डीसीपी उषा कुंडू, सीटीएम अंकित कुमार आदि मौजूद रहे।
डीसी ने कहा इस दौरान कहा कि जिला मुख्यालय, उपमंडल कार्यालय, पुलिस विभाग और अस्पताल स्तर पर मॉकड्रिल की जाएगी, जिसमें विभिन्न सरकारी और निजी एजेंसियों के कर्मचारी भाग लेंगे। मॉक ड्रिल मुख्य रूप से सुरक्षा, आपातकालीन प्रबंधन और आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन पर आधारित होगी। ग्रामीण स्तर तक इन तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। स्मार्ट सिटी में सुरक्षा तंत्र को परखना मुख्य मकसद उपायुक्त ने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र की तत्परता को परखना और विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान प्रतिक्रिया समय (रेस्पॉन्स टाइम्स) और कार्यप्रणाली का परीक्षण करना है। यह अभ्यास उन परिस्थितियों में टीमवर्क, समन्वय और सुरक्षा प्रक्रियाओं की दक्षता का मूल्यांकन करेगा, जिनमें तत्काल निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल में अग्नि, भूकंप, बाढ़ और आतंकवादी हमले जैसी विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयारियां परखी जाएंगी। विशेष रूप से, यह ड्रिल सुरक्षा बलों, चिकित्सा टीमों, नागरिक प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए आयोजित की जा रही है। आपदा मित्र से संपर्क मजबूत किया जाएगा पंचायत, नंबरदार, पंचायत समिति के गणमान्य व्यक्तियों सहित नगर निकाय के पार्षद, जिला व उपमंडल स्तरीय अधिकारी व आपदा मित्र के संपर्क मजबूत किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक को आपदा की स्थिति में तत्काल अपडेट की गई संपर्क सूत्रों की जानकारी मुहैया होगी। इसी तरह आपातकाल के समय इस्तेमाल होने वाले इमरजेंसी व हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध होंगे ताकि रेस्पॉन्स टाइम का कम किया जा सके। लोगों से अफवाहों से बचने की अपील डीसी ने कहा कि आपातकालीन स्थिति में जरूरी है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक पुष्टि के बाद ही किसी सूचना पर भरोसा जताए। सोशल मीडिया के दौर में बहुत तेजी से सूचनाएं आप तक पहुंच सकती है लेकिन लोग यह सुनिश्चित करे कि सूचना का स्रोत विश्वसनीय हो। जरूरतमंद तक तथ्यपरक जानकारी पहुंचाने में मदद मिलेगी। शाम को ब्लैकआउट किया जाएगा,सायरन बजेगा डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि भारत व राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार एयर रेड, ब्लैकआउट, आगजनी, सिविल डिफेन्स, सर्च व रेस्क्यू , ऑपरेशन संबंधित मॉकड्रिल की जाएगी। इस दौरान बिना फोन के संचार सेवाएं जारी रखने, आपातकालीन सेवा जैसे अस्पाताल के लिए पावर सप्लाई बैकअप, ग्रामीण स्तर तक हूटर या (सायरन) के जरिए आपातकाल जैसी स्थिति की जानकारी का अलर्ट पहुंचाने संबंधित तैयारियों को परखा जाएगा। इस दौरान जिला मुख्यालय, उपमंडल व पुलिस स्तर तक कंट्रोल रूम की वर्किंग जांची जाएगी। सरकारी विभागों के बीच तालमेल की परीक्षा होगी उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान, घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्यों की रणनीतियों का अभ्यास किया जाएगा, जिसमें घटनास्थल से लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करना, प्राथमिक चिकित्सा देना और अधिकारियों द्वारा तय किए गए मार्गों का पालन करना शामिल होगा। साथ ही यह ड्रिल यह सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि सभी संबंधित एजेंसियां आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी तरीके से कार्य कर सकें। सरकारी विभागों के बीच तालमेल की परीक्षा होगी। इसे एक संगठित और सुसंगत दृष्टिकोण से संभालने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में नुकसान को कम किया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। लोगों को भी सतर्कता बरतने के लिए जागरूक रहना पड़ेगा।
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