पानी में गंदगी से बढ़ रहा पथरी का खतरा
-अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट में सामने आई जानकारी न्यूयॉर्क, एजेंसी। अगर आपके

न्यूयॉर्क, एजेंसी। अगर आपके इलाके के पीने के पानी में गंदगी ज्यादा है, तो किडनी में पथरी बनने का खतरा बढ़ सकता है। अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (एयूए) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत एक शोध में यह जानकारी सामने आई है।
अमेरिका के लोगों पर किए गए शोध में पाया गया कि जिन क्षेत्रों में पानी में प्रदूषक अधिक थे, वहां के मरीजों में पथरी की मात्रा और पुनरावृत्ति (स्टोन का दोबारा बनना) अधिक देखी गई। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के प्रोफेसर पाब्लो सुवारेज ने बताया, अब तक किडनी में पथरी से जुड़े पर्यावरणीय कारणों में आहार और जलवायु पर अधिक ध्यान दिया गया था। लेकिन पानी की गुणवत्ता और किडनी में पथरी के बीच संबंध पर कम शोध हुआ है। इस अध्ययन के माध्यम से इस विषय पर और स्पष्टता लाने का प्रयास किया गया है।
प्रदूषित पानी वाले क्षेत्रों में स्थिति खराब
- 46.6 फीसदी मरीजों में अधिक खतरा पथरी के दोबारा बनने का
- 41.1 फीसदी मरीजों में कई पथरी होने की आशंका बनी रहती है
- 21 मिलीमीटर तक हो सकता है पथरी का आकार
बीमारी फिर होने का खतरा ज्यादा
शोधार्थियों ने पाया, 1142 मरीजों में से 90 लोग उच्च प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहते थे। इन मरीजों की पथरी का आकार अन्य मरीजों की तुलना में बड़ा पाया गया और पथरी दोबारा बनने की समस्या भी देखी गई। विश्लेषण के दौरान पथरी के आकार, पथरी के दोबारा बनने, मरीजों की आयु और वजन तथा सामाजिक-आर्थिक स्थिति को भी ध्यान में रखा गया।
पथरी की अन्य वजहें
- शरीर में पानी की कमी
- गर्म होती जलवायु ने
- नमक अधिक मात्रा में लेना
- प्रोटीन, कैल्शियम और सोडियम बढ़ना
भारत में यह स्थिति
-12-15 फीसदी लोग कभी न कभी किडनी की पथरी से प्रभावित होते हैं
-यह बीमारी खासकर शहरी इलाकों में अधिक देखी जाती है
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