वियतनाम-चीन के सौर ग्लास पर शुल्क लगा
भारत ने चीन और वियतनाम से आयात होने वाले सौर ग्लास पर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाया है। यह शुल्क अगले पांच वर्ष तक प्रभावी रहेगा ताकि घरेलू विनिर्माताओं को सस्ते आयात से सुरक्षा मिल सके। सरकार ने पाया कि...

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारत ने चीन और वियतनाम से आयात होने वाले विशिष्ट सौर ग्लास पर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाया है, जिससे घरेलू विनिर्माताओं को सस्ते आयात से बचाया जा सके। लगाया गया डंपिंग रोधी शुल्क अगले पांच वर्ष तक के लिए प्रभावी रहेगा। वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय ने चीन और वियतनाम से टेक्सचर्ड टफंड परत वाले और बिना परत वाले ग्लास के आयात को लेकर विस्तृत जांच की। सूत्रों का कहना है कि जांच के बाद पाया गया कि वियतनाम और चीन से सस्ती दर पर सौर ग्लास का आयात बढ़ रहा है जो भारत के मुकाबले सस्ती दर पर भेजा जा रहा है।
इससे घरेलू उद्योगों के सामने कारोबार का संकट खड़ा हो सकता है। इसके बाद डंपिंग शुल्क लगाने की सिफारिश की गई। आमतौर पर सौर पैनलों में उपयोग किए जाने वाले ग्लासों को सौर ग्लास, लो आयरन सौर ग्लास, सौर पीवी ग्लास, उच्च पारेषण पीवी (फोटोवोल्टिक) ग्लास और टेम्पर्ड लो आयरन पैटर्न्ड सौर ग्लास भी कहा जाता है। यह शुल्क 570 डॉलर प्रति टन और 664 डॉलर प्रति टन के बीच होगा।
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