विरासत और संस्कृति का संगम हैं पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के पलाना में आयोजित कार्यक्रम में अमृत भारत योजना के तहत 1300 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की घोषणा की। इन स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं और स्थानीय कला-संस्कृति का...

बीकानेर, विशेष संवाददाता। भारतीय रेल की अमृत भारत योजना में रेलवे स्टेशनों पर हजारों साल पुरानी विरासत और संस्कृति का संगम नजर आती है। वहीं, पुनर्विकसित इन स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। सरकार देशभर में 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का चरणबद्ध तरीके से कायाकल्प करने जा रही है। मोदी ने पलाना (देशनोक) में आयोजित एक कार्यक्रम में 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में 100 से अधिक पुनर्विकसित अमृत स्टेशन का ऑनलाइन उद्घाटन किया। 18 राज्यों और 86 जिलों में स्थिति इन स्टेशनों के पुनर्विकास पर 1100 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
अमृत भारत स्टेशन योजना की विशेषता यह है कि उनका आधुनिकीकरण के साथ क्षेत्रीय वास्तुकला, संस्कृति को समाहित किया जा रहा है। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, अमृत भारत रेलवे स्टेशनों पर ‘विकास भी, विरासत भी के मंत्र का नजारा साफ-साफ दिखाई देता है। ये स्थानीय कला और संस्कृति के भी नए प्रतीक हैं। जैसे राजस्थान के मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन पर महान राजस्थानी कला-संस्कृति के दर्शन होंगे, बिहार के थावे स्टेशन पर मां थावेवाली के पावन मंदिर और मधुबनी चित्रकला को दर्शाया गया है। मध्य प्रदेश के ओरछा रेलवे स्टेशन पर आपको भगवान राम की आभा का एहसास होगा। श्रीरंगम स्टेशन का डिजाइन, भगवान श्रीरंगनाथ स्वामी के मंदिर से प्रेरित है। गुजरात का डाकोर स्टेशन, रणछोड़राय से प्रेरित है। तिरुवण्णामलै स्टेशन, द्राविड़ वास्तुकला के अनुसार डिजाइन किया गया है। बेगमपेट स्टेशन पर आपको काकतीय साम्राज्य के समय का वास्तुकला देखने को मिलेगा। यानी हर अमृत स्टेशन पर आपको भारत की हजारों साल पुरानी विरासत के दर्शन भी होंगे। -- 70 मार्ग पर वंदे भारत ट्रेनें दौड़ रही मोदी ने कहा, आज भारत अपनी ट्रेनों के नेटवर्क को भी आधुनिक कर रहा है। ये वंदे भारत ट्रेनें, अमृत भारत ट्रेनें, नमो भारत ट्रेनें, ये देश की नई गति और नई प्रगति को दर्शाती है। अभी देश में करीब 70 मार्ग पर वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। इससे दूर-सुदूर के इलाकों में भी आधुनिक रेल पहुंची है। बीते 11 साल में, सैकड़ों रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। 34 हजार किलोमीटर से ज्यादा के नए रेल ट्रैक बिछाए गए हैं। हम मालगाड़ियों के लिए अलग से स्पेशल पटरियां यानी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम भी तेजी से पूरा कर रहे हैं। देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इन सबके साथ ही, हम एक साथ देश के करीब 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक बना रहे हैं। - स्टेशन के मालिक आप, न नकुसान हो न ही गंदगी फैलाएं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ये अमृत भारत स्टेशन, हर राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा देने के माध्यम बनेंगे, नौजवानों को रोजगार के नए मौके देंगे। और मैं उन-उन शहर के नागरिकों को, रेलवे में यात्रा करने वाले पैसेंजर से प्रार्थना करूंगा, ये सारी संपत्ति के मालिक आप हैं। कभी भी वहां गंदगी न हो, इस संपत्ति का नुकसान न हो, क्योंकि आप उसके मालिक हैं। मोदी ने कहा कि आधारभूत ढांचा विकसित करने पर लगने वाले पैसे से हर परिवार का, खासतौर पर हमारे नौजवानों का सबसे अधिक फायदा होता है। ---- सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के साथ नदियों को जोड़ रहे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के साथ-साथ नदियों को जोड़ने की पहल को लागू करने पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा, इससे राजस्थान के कई जिलों को लाभ होगा, किसानों के लिए बेहतर कृषि संभावनाएं सुनिश्चित होंगी और क्षेत्र की स्थिरता बढ़ेगी। - कविता से अपनी प्रतिबद्धता दोहराई मोदी ने चुरू में दिए अपने बयान को याद करते हुए राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई: ‘इस मिट्टी की सौगंध, मैं देश को गिरने नहीं दूंगा, मैं देश को झुकने नहीं दूंगा। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर के आलोक में राजस्थान से घोषणा की कि पवित्र सिंदूर को मिटाने का प्रयास करने वालों को धूल में मिला दिया गया है। जिन्होंने भारत का खून बहाया है, उन्हें अब इसकी पूरी कीमत चुकानी पड़ी है।
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