महाराष्ट्र में 24 साल में 21,219 किसानों ने की आत्महत्या
महाराष्ट्र के पांच जिलों में पिछले 24 साल में 21,219 किसानों ने आत्महत्या की। इनमें से 80 मामले इस साल जनवरी में सामने आए। यवतमाल जिले में सबसे अधिक 6,211 किसानों ने जान दी, जबकि अमरावती में 5,395...

अमरावती, एजेंसी महाराष्ट्र के पांच जिलों में बीते 24 साल में 21, 219 किसानों ने मौत को गले लगा लिया।
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार ये सभी मामले अमरावती राजस्व खंड के विभिन्न जिलों में सामने आए हैं। जनवरी 2001 से जनवरी 2025 के बीच अमरावती, अकोला, बुलढाना, वाशिम व यवतमाल जिलों में 21,219 किसानों ने आत्मघाती कदम उठाते हुए अपनी जान दे दी। उनमें से 80 आत्महत्या के मामले तो इसी साल जनवरी के हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे अधिक आत्महत्या के मामले यवतमाल जिले में सामने आए जहां 6,211 किसानों ने अपनी जान दी। दूसरे स्थान पर अमरावती में 5,395 आत्महत्या के मामले सामने आए।
रिपोर्ट में इसी साल जनवरी में इन जिलों में मौत को गले लगाने वाले किसानों का आंकड़ा भी दिया गया है जिसमें अमरावती में 10, अकोला में 10, यवतमाल में 34, बुलढाना में 10 व वाशिम में 7 मामले शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार उनमें से केवल 9,970 मामले ही सरकार से मुआवजे के पात्र पाए गए जबकि 10, 963 मामले मुआवजे की दृष्टि से अपात्र माने गए हैं। वहीं 319 मामलों की जांच अभी लंबित है।
दरअसल, आत्महत्या के वही मामले मुआवजे के लिए पात्र माने जाते हैं जिसमें यह सिद्ध हो जाए कि किसान ने ऋण न चुका पाने की हालत में या फसल में घाटा होने की स्थिति में आत्मघाती कदम उठाया है।
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