आयकर खत्म करेगा अमेरिका- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि टैरिफ से इतना पैसा जुटाया जा सकता है कि आयकर को खत्म किया जा सकता है। हालांकि, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने चेताया है कि नए टैरिफ से...

न्यूयार्क, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि टैरिफ से इतना पैसा जुटाया जा सकता है कि आयकर को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है। फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, सन 1870 से 1913 तक अमेरिका टैरिफ से ही चलता था, और तब हम सबसे अमीर थे। आज टैरिफ से इतना पैसा आ सकता है कि आयकर की जरूरत ही न पड़े। ट्रंप की इस योजना के लिए संसद की मंजूरी जरूरी होगी। टैरिफ से नुकसान होगा : फेडरल रिजर्व
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने चेतावनी दी है कि नए टैरिफ के कारण अमेरिका की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा और आम लोगों को सामान की कीमतों में उछाल झेलना पड़ेगा। बीबीसी के अनुसार, पॉवेल ने कहा कि टैरिफ फेडरल रिजर्व के अनुमान से कहीं ज्यादा हैं, जो अर्थव्यवस्था को और गहरे संकट में धकेल सकते हैं। सीएनएन के मुताबिक, पॉवेल ने चेताया, टैरिफ से महंगाई बढ़ेगी और आर्थिक विकास रुकेगा।
चीन बोला, आंकड़ों के खेल पर कोई ध्यान नहीं देंगे
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ विवाद के बीच, गुरुवार को बीजिंग ने कहा कि अगर वाशिंगटन टैरिफ नंबर्स गेम खेलना जारी रखता है, तो चीन इस पर कोई ध्यान नहीं देगा। चीन के विदेश मंत्रालय की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस के उस बयान के जवाब में आई है जिसमें कहा गया था कि चीन को अपनी जवाबी कार्रवाई के कारण 245% तक टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
फिच ने भारत का वृद्धि अनुमान घटाया
फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के जीडीपी के वृद्धि दर अनुमान को घटाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है। फिच ने भारत के संदर्भ में वित्त वर्ष 2024-25 और चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि अनुमान को घटाकर क्रमश: 6.2 प्रतिशत और 6.4 प्रतिशत कर दिया है। वित्त वर्ष 2026-27 के लिए वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत पर बरकरार रखी है।
नीतियों, निवेश से वैश्विक व्यवधानों से निपटेंगे: सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि संरक्षणवादी नीतियों के बढ़ने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने की आशंका है, लेकिन भारत उपयुक्त नीतियों और दीर्घकालिक निवेश के साथ वैश्विक व्यवधानों से निपट लेगा। वैश्विक व्यापार युद्ध को लेकर चिंताओं बीच सीतारमण ने कहा कि सरकार का ध्यान मजबूत घरेलू आधार बनाने पर रहेगा। बीएसई के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, हाल की वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के वित्तीय बाजारों ने उल्लेखनीय रूप जुझारू क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने बाजारों में खुदरा निवेशकों के भरोसे की सराहना भी की।
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