वोक्कालिगारा संघ ने की जाति जनगणना रिपोर्ट रद्द करने की मांग
बेंगलुरु में वोक्कालिगा समुदाय के संगठन ने कर्नाटक की जाति जनगणना रिपोर्ट को अवैज्ञानिक बताते हुए सरकार से इसे रद्द करने की मांग की है। संघ ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई, तो वे व्यापक...

बेंगलुरु, एजेंसी कर्नाटक के वोक्कालिगा समुदाय के शीर्ष संगठन वोक्कालिगारा संघ ने प्रदेश की जाति जनगणना रिपोर्ट को अवैज्ञानिक बताते हुए सरकार से इसे रद्द करने की मांग की है। ऐसा न किए जाने पर संघ ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
संघ के अध्यक्ष केन्चप्पा गोड़ा ने कहा कि वीरशिवा लिंगायत व ब्राहम्णों समुदाय को भी यह जाति जनगणना रिपोर्ट अन्यायपूर्ण लग रही है। यदि सरकार ने यह रिपोर्ट प्रदेश में लागू की तो संघ अन्य समुदाय के साथ मिलकर व्यापक आंदोलन करेगा। उन्होंने सरकार में शामिल वोक्कालिगा मंत्रियों व विधायकों से भी समुदाय की बात सरकार तक पहुंचाने की मांग की।
गोड़ा ने कहा कि संघ अपने समुदाय की गणना करने की योजना बना रहा है जिसके लिए सॉफ्टवेयर भी विकसित कर लिया गया है। संघ के निदेशक नेल्लीगेरे बाबू ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को यह साफ संदेश देना चाहते हैं कि यदि इस रिपोर्ट को लागू किया गया तो उनकी सरकार गिर जाएगी।
पिछड़ी जाति पर कर्नाटक प्रदेश आयोग ने 11 अप्रैल को विधानसभा में अपनी रिपोर्ट रखी है जिस पर 17 अप्रैल को चर्चा होनी है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में लिंगायत समुदाय की आबादी 66.35 लाख जबकि वोक्कालिगा आबादी 61.58 लाख आंकी गई है। समुदाय को इन आंकड़ों पर एतराज है।
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