नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित सफर के लिए अगले माह से होंगे ये काम
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित सफर के लिए अगले महीने से कई जरूरी काम कराए जाएंगे। इनमें ब्लिंकर, रंबल स्ट्रिप और स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाना शामिल है। नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए शुक्रवार को टेंडर जारी कर दिया।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित सफर के लिए अगले महीने से कई जरूरी काम कराए जाएंगे। इनमें ब्लिंकर, रंबल स्ट्रिप और स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाना शामिल है। नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए शुक्रवार को टेंडर जारी कर दिया।
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे करीब 24 किलोमीटर लंबा है। इसमें से करीब 20 किलोमीटर का हिस्सा नोएडा प्राधिकरण के क्षेत्र में आता है। बाकी 4 किलोमीटर का जिम्मा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के पास है। एक्सप्रेसवे पर अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं। इसकी वजह एक्सप्रेसवे पर कुछ कमियां होना भी है।
प्राधिकरण ने इसी को देखते हुए एक्सप्रेसवे पर रोड सेफ्टी का काम कराने का निर्णय लिया था। सेक्टर-14ए के सामने से लेकर एक्सप्रेसवे पर संबंधित काम कराए जाएंगे। अब प्राधिकरण ने संबंधित काम कराने के लिए सात करोड़ 52 लाख रुपये का टेंडर जारी कर दिया है। इस टेंडर में 15 मई तक आवदेन किया जा सकता है।
प्राधिकरण के महाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर रोड सेफ्टी के अंतर्गत कई काम किए जाने हैं। आने-जाने वाले रास्ते पर लगे करीब 17 पुराने दिशासूचक बोर्ड को नए तरीके से लगाया जाएगा। रात को चमकने वाले सोलर लगाए जाएंगे। जगह-जगह थर्मोप्लास्टिक पेंट किए जाएंगे। एंट्री और एग्जिट वाले रास्तों पर वाहनों की गति सीमा के बोर्ड लगाए जाएंगे। हर कट के पास रंबल स्ट्रिप लगाई जाएगी। इसके अलावा एएफपी टेप, स्प्रिंग पोस्ट, डेलीनेटर लगाने समेत अन्य काम किए जाएंगे। प्रयास है कि अगले महीने से रोड सेफ्टी से संबंधित काम शुरू करा दिए जाएं।
सर्वे कराने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ाई
पिछले साल नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर आईटीएमएस के एक खंभे से टकराकर दो युवकों की मौत हो गई थी। इनमें से एक के पिता नोएडा प्राधिकरण में कार्यरत हैं। इस हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर कमियों को लेकर सर्वे किया गया था, जिसमें सामने आईं कमियों को अब दूर करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
ब्लिंकर लगाने का निर्णय
एक्सप्रेसवे पर सड़क किनारे जगह-जगह आईटीएमएस के अंतर्गत खंभे लगे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनको दूसरी जगह स्थानांतरित करना संभव नहीं है। इन पर अब ब्लिंकर लगाने का निर्णय लिया गया है।