What is iso certification after which gautambuddh nagar police stations will be upgraded क्या है ISO सर्टिफिकेशन? जिसके मिलते ही अपग्रेड हो जाएंगे गौतमबुद्ध नगर के ये थाने, Ncr Hindi News - Hindustan
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क्या है ISO सर्टिफिकेशन? जिसके मिलते ही अपग्रेड हो जाएंगे गौतमबुद्ध नगर के ये थाने

दावा किया जा रहा है कि अगर अन्य पांचों थाने भी आईएसओ सर्टिफाइड हो जाएंगे तो कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर देश का पहला जिला होगा,जहां के आठ थाने अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार होंगे। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर पुलिस जन शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण के लिए लगातार प्रयासरत है।

Utkarsh Gaharwar हिन्दुस्तान, रवि प्रकाश सिंह रैकवार | गौतमबुद्ध नगरWed, 21 May 2025 09:42 AM
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क्या है ISO सर्टिफिकेशन? जिसके मिलते ही अपग्रेड हो जाएंगे गौतमबुद्ध नगर के ये थाने

गौतमबुद्ध नगर के पांच और थाने जल्द ही आईएसओ सर्टिफाइड होंगे। इनमें सेक्टर-39, 49, 58, बिसरख और सेक्टर बीटा-2 थाने शामिल हैं। इनको अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया गया है। आईएसओ की टीम इन थानों में लेवल वन और टू का निरीक्षण कर रही है। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि कुछ माह पहले ही एक्सप्रेसवे, बादलपुर और नॉलेज पार्क थाने को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप पाए जाने पर आईएसओ सर्टिफाइड किया गया था। अभी तक प्रदेश में कोई ऐसा जिला नहीं है, जहां के तीन थाने अंतरराष्ट्रीय मानक के हों।

दावा किया जा रहा है कि अगर अन्य पांचों थाने भी आईएसओ सर्टिफाइड हो जाएंगे तो कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर देश का पहला जिला होगा,जहां के आठ थाने अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार होंगे। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर पुलिस जन शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण के लिए लगातार प्रयासरत है।

गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा जन सामान्य को प्रदान की जाने वाली सेवाओं, जन शिकायतों के समयबद्ध एवं गुणवत्तापरक निवारण और प्रशासनिक व्यवस्थाओं के स्तर को उत्कृष्ट बनाने के लिए एक योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत थानों के मानकीकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थानों में स्थित विभिन्न शाखाओं,थाना कार्यालय,सीसीटीएनएस,आईजीआरएस,मालगृह,जीडी/पासपोर्ट, डाक सेक्शन,हथियारों का रखरखाव,साइबर डेस्क,महिला हेल्प डेस्क, नए कानून के क्रियान्वयन आदि के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) भी तैयार हुई है।

कोई भी थाना अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार है या नहीं,इसके लिए टीम 45 दिन तक सर्वेक्षण करती है। हर पहलू का बारीकी से निरीक्षण किया जाता है। साफ-सफाई, पार्किंग,प्ले एरिया,शिकायतों का निस्तारण,पुलिसकर्मियों का व्यवहार तकनीकी जानकारी समेत अन्य चीजों की जानकारी जुटाई जाती है। इन थानों में ऑडिट करने के साथ-साथ थाने के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का कहना है कि पांच नए थानों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया गया है।